सालभर के दौरान 5 पार्टियों की कमाई में 39 फीसद का इजाफा, भाजपा नंबर - 1
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार देश की पांच राष्ट्रीय पार्टियों की कमाई में सालभर के अंदर 39 फीसद की वृद्धि हुई है
नई दिल्ली। देश की पांच राष्ट्रीय पार्टियों की कमाई एक साल में 39 फीसद बढ़कर 1275.78 करोड़ रुपए हो गई है। इन पार्टियों में भाजपा, सीपीआई, सीपीएम, बसपा और एनसीपी शामिल हैं। कमाई के मामले में भाजपा इस सूची में सबसे ऊपर है।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक, कमाई के मामले में भाजपा राष्ट्रीय दलों में चोटी पर है। चुनाव आयोग के 19 नवंबर 2014 के नोटिफिकेशन के अनुसार, सभी राजनीतिक दलों के लिए अपनी ऑडिट रिपोर्ट का ब्यौरा देना जरूरी है। सभी पार्टियों को अपने खातों की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट देने की आखिरी तारीख 30 नवंबर 2015 थी। जबकि कांग्रेस ने चुनाव आयोग को साल 2014-15 की वित्तीय ऑडिट रिपोर्ट नहीं दी है।
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वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय पार्टियों की आय वित्तीय साल 2013-14 में 920 करोड़ रुपए थी जो 2014-15 में बढ़कर 1275.78 करोड़ रुपए हो गई। यह बढ़ोतरी 39 फीसद है। राजनीतिक पार्टियों को दान, कूपनों की बिक्री और अंशदान आदि के जरिए पैसा मिलता है। राष्ट्रीय दलों में भाजपा को साल 2014-15 के दौरान सबसे ज्यादा 970.43 करोड़ की आय हुई। यह उसकी कुल आय का 76.06 फीसद है। साल 2013-14 से 2014-15 के दौरान भाजपा की आय में 44 फीसद या कहें तो 296.62 करोड़ की बढ़ोतरी हुई जबकि बसपा की आय 67.31 फीसद या 45.04 करोड़ बढ़ी है।
सीपीआई ने सबसे कम 1.84 करोड़ की आय घोषित की है। यह 2014-15 के दौरान सभी राष्ट्रीय दलों की आय का महज 0.14 फीसद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय दलों में केवल सीपीएम ही ऐसी पार्टी है जिसकी आमदनी 24.28 फीसद यानी 59 लाख कम हुई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजनीतिक दलों को करीब-करीब आधा पैसा अज्ञात स्रोतों से मिला है।
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एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, अज्ञात स्रोतों से हुई आमदनी की राशि साल 2014-15 में 685.36 करोड़ रुपए है जो राजनीतिक दलों की कुल आय का 54 फीसद है। देश में भाजपा, कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, बसपा और एनसीपी सिर्फ छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं। एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि सीपीएम, सीपीआई और बसपा सिर्फ तीन ऐसी राष्ट्रीय पार्टियां हैं जिन्होंने समय पर ऑडिट रिपोर्ट दी है।
(साभार- नई दुनिया)