हिंडन एयरबेस पर पठानकोट जैसा हमला करने की फिराक में थे आतंकी!
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पता चला है कि इनके निशाने पर हिंडन एयरबेस भी था, जहां ये पठानकोट जैसा हमला करने की फिराक में थे।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राष्ट्रीय जांच एजेसी (एनआइए) व उत्तर प्रदेश एटीएस के सहयोग से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पता चला है कि ये आतंकी दिल्ली में धमाका करना चाहते थे। इसके अलावा इनके निशाने पर हिंडन एयरबेस भी था, जहां ये पठानकोट जैसा हमला करने की फिराक में थे।
दिल्ली को दहलाने की साजिश नाकाम, पुलिस हिरासत में भेजे गए 3 आतंकी
बता दें कि इस साल के शुरू में पठानकोट पर जो आतंकी हमला हुआ था, उसके पीछे भी पाकिस्तान में बैठकर साजिश रच रहे मौलाना मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही हाथ था। फिलहाल, इन सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। स्पेशल सेल का दावा है पकड़े गए सभी सदिंग्धों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। इनको मिलने वाली फंडिग के सोर्स का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
भीड़भाड़ वाले इलाके थे इनके निशाने पर
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी अरविंद दीप के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बहुत दिनों से कोई विस्फोट नहीं हुआ था, इसलिए ये भीड़भाड़ वाले इलाके में ये विस्फोट करने वाले थे। अगर समय से ये मॉड्यूल सामने न आता तो दिल्ली में कोई बड़ा धमाका होना पक्का था।
आतंकी नहीं पकड़ जाते तो होता जान-माल का नुकसान
अगर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के नए मॉड्यूल को समय रहते नहीं पकड़ा जाता तो देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर आतंकी हमले का कहर झेलती। पकड़े गए 13 संदिग्ध आतंकियों में से तीन आरोपियों साजिद को दिल्ली के चांद बाग से, समीर को यूपी के लोनी से और शाकिर को देवबंद से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए इन तीनों आरोपियों को पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया जहां से इनको 10 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राष्ट्रीय जांच एजेसी (एनआइए) व उत्तर प्रदेश एटीएस के सहयोग से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दिल्ली मॉड्यूल के तीन आतंकियो को गिरफ्तार किया है। सेल ने इस मॉड्यूल से जुड़े 10 अन्य संदिग्धो को भी हिरासत मे लिया है।
उनसे विस्तृत पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार किए गए सभी 13 संदिग्धो मे एक देवबंद, सहारनपुर, एक लोनी, गाजियाबाद व बाकी 11 सदस्य दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के रहने वाले है। यह पहला मौका है जब दिल्ली के रहने वाले इतने संदिग्धो को एकसाथ पकड़ा गया है।
इनकी साजिश दिल्ली-एनसीआर मे भीड़भाड़ वाली मार्केट व शॉपिंग मॉल मे सीरियल बम धमाके करने की थी। गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने दिल्ली पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि पुलिस ने अच्छा काम किया है।
विशेष आयुक्त (स्पेशल सेल) अरविंद दीप के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आंतकियो के नाम साजिद, समीर व शाकिर अंसारी हैं। साजिद दिल्ली मॉड्यूल का मास्टरमाइंड है। वह चांदबाग, उलार-पूर्वी दिल्ली का रहने वाला है।
चांदबाग में उसकी ब्रा बनाने की फैक्ट्री है। समीर लोनी, गाजियाबाद का रहने वाला है और गांधी नगर मे कपड़े की दुकान पर काम करता था। शाकिर अंसारी, देवबंद, सहारनपुर का रहने वाला है। साजिद का किसी माध्यम से आतंकी अजहर मसूद के भाई तलाह अजहर से संपर्क हुआ था। इसके बाद उनके बीच बातचीत शुरू हो गई।
कुछ वर्ष पूर्व जब साजिद का देवबंद के रहने वाले शाकिर से परिचय हुआ तो उसने उसकी सक्रियता को देखते हुए अपने साथ जोड़ लिया। इसके बाद दोनो की तलाह अजहर से बातचीत होने लगी। दोनों ने मिलकर युवाओं को जेहाद के नाम पर भड़का कर जैश-ए-मोहम्मद से जोड़ना शुरू कर दिया।
बाद मे समीर अहमद उर्फ सोनू भी उनसे जुड़ गया। देर रात जब आसपास के लोग सो जाते थे तब साजिद चांदबाग स्थित अपनी फैक्ट्री के बेसमेट मे इन सभी के साथ मीटिंग करता था। अजहर मसूद द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण के वीडियो सुनाकर व भड़काऊ लेख पढ़ाकर युवाओं को आतंकी बनाया जाता था।
इंटरनेट के जरिए सभी ने बम बनाने व उसे प्लांट करने के तौर तरीके के बारे मे जानकारी ली। पिछले वर्ष 8 नवंबर व 20 दिसंबर को इनकी साजिद के चांदबाग स्थित फैक्ट्री मे काफी देर तक बैठक हुई थी।
दिल्ली पुलिस का दावा है कि साजिद इस स्लीपर सेल का मास्टरमाइंड साजिद है।
साजिद दिल्ली का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि कुछ दिनों पहले घर के बेसमेंट में आईईडी बनाते वक्त धमाका हुआ था। इसमें साजिद के हाथ में चोट लगी थी। इसके बाद से ही वो जांच एजेंसी के रडार पर आ गया था।