दबंगों ने घर में घुसकर युवती को जिंदा जलाया
दिल्ली के निर्भया कांड जैसी शर्मनाक घटना काशी के लल्लापुरा में गुरुवार को सुबह हुई। छेड़खानी का विरोध करने पर मनबढ़ युवकों ने बीस वर्षीय युवती को दौड़ा लिया। घर में घुसकर हाथापाई करने के बाद युवती के ऊपर केरोसिन उड़ेलकर उसे आग के हवाले कर दिया।
वाराणसी। दिल्ली के निर्भया कांड जैसी शर्मनाक घटना काशी के लल्लापुरा में गुरुवार को सुबह हुई। छेड़खानी का विरोध करने पर मनबढ़ युवकों ने बीस वर्षीय युवती को दौड़ा लिया। घर में घुसकर हाथापाई करने के बाद युवती के ऊपर केरोसिन उड़ेलकर उसे आग के हवाले कर दिया। आग का गोला बनी युवती की चीख-पुकार पर परिजन व आसपास के लोग दौड़े और किसी तरह आग बुझाई। गंभीर रूप से झुलसी युवती को मंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया है।
डाक्टरों के मुताबिक आग के चलते उसका नब्बे फीसद शरीर झुलस गया है। घटना की जानकारी होते ही पुलिस ने एक आरोपी गब्बू को गिरफ्तार करते हुए एक किरायेदार को भी हिरासत में ले लिया जबकि दो आरोपी फरार हैं। एसएसपी ने कहा कि इस घटना में कई पहलू सामने आए हैं। मामले की जांच कराई जा रही है। फिलहाल पीडि़ता के बयान के आधार और पिता की तहरीर पर छेड़खानी व आग लगाने की धाराओं में मुकदमा कायम कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार लल्लापुरा में तीन बहनों और तीन भाइयों में पांचवें नंबर की बीस वर्षीय युवती गुरुवार सुबह घर के बाहर लगे सरकारी नल से पानी लेने पहुंची थी। पीडि़ता की मां ने पुलिस को बताया कि इसी बीच मुहल्ले के बाबूदान, गब्बू और पप्पू वहां पहुंचे और उसकेसाथ छेडख़ानी करने लगे। विरोध करने पर बेटी का हाथ पकड़ लिया और अपशब्दों की बौछार करने लगे। मनबढ़ों की मंशा भांपकर बेटी हाथ छुड़ाकर घर की ओर भागी।
मां के अनुसार घर में घुसे बाबूदान ने बेटी के ऊपर मिट्टी का तेल उड़ेल दिया और गब्बू ने माचिस की जलती तीली फेंक दी। आग की लपटों से घिरी बेटी की चीख पर दूसरी मंजिल पर मौजूद मां, अपनी बेटी को बचाने दौड़ी। इस बीच परिवार के अन्य सदस्य भी युवती को बचाने में जुट गए। आग बुझाने के बाद आननफानन में उसे लेकर परिजन मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा पहुंचे।
युवती को जिंदा जलाने की जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस अस्पताल पहुंची और गंभीर रूप से झुलसी युवती का बयान लिया। युवती ने एसआइ अनिल सिंह को बताया कि उसके ऊपर मुहल्ले के बाबूदान, गब्बू और पप्पू ने मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाई है।
तंग आकर छोड़ दी थी पढ़ाई
अस्पताल में जिदंगी और मौत के बीच झूल रही युवती पढ़ाई-लिखाई में काफी तेज है। वर्ष 2013 में राजकीय बालिका इंटर कालेज से इंटर की परीक्षा पास करने के बाद वह आगे पढऩा चाहती थी लेकिन गब्बू और पप्पू के साथ बाबूदान की आए दिन छेड़खानी व अश्लील हरकतों के कारण वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी। मां ने बताया कि कालेज से लौटते समय एक दिन तीनों ने छेड़खानी के साथ ही उसका दुपट्टा खींचा। किसी तरह उनके चंगुल से छूटी बेटी भागते हुए घर आई और दोबारा स्कूल न जाने की बात कहते हुए पढ़ाई छोड़ दी थी।
पुराना विवाद भी सामने आया
लल्लापुरा में हैवानियत का नग्न तांडव करने वाले आरोपियों से पीडि़त युवती के पिता के बीच पुराना विवाद भी बताया जा रहा है। युवती के भाई ने बताया कि एक वर्ष पूर्व फिर छेड़खानी करने पर परिवार ने बाबूदान, गब्बू और पप्पू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे के बाद उसके छोटे भाई और आरोपियों के बीच मारपीट हुई और तीनों ने उसके भाई के खिलाफ साजिशन मुकदमा दर्ज कराया। तब पुलिस ने उसके भाई को ही जेल भेज दिया था।
भाई बन गया हिस्ट्रीशीटर
पुलिस दोनों पक्षों के बीच पुराने विवाद की बात तो कह रही है लेकिन युवती के छोटे भाई को सिगरा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी बता रही है। पुलिस की मानें तो पीडि़ता का भाई गैंगस्टर सहित कई दूसरे मामलों में जेल जा चुका है और आए दिन उसका विवाद इलाके के लोगों से होता रहता है। उधर युवती के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि आज बेटी की जो हालत है, उसके लिए केवल पुलिस ही जिम्मेदार है।
पुलिस को छेड़खानी के मामले की जानकारी बीते एक साल से थी। पुलिस हर बार दूसरे पक्ष की ही बात सुनती थी। बेटी की शिकायत पर ध्यान ही नहीं देते थे पुलिस अधिकारी। एक हफ्ते पहले 12 दिसंबर को उसने आइजी जोन के यहां बेटी के साथ हो रही छेड़खानी की शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे दबंगों का मन इतना बढ़ गया कि उन्होंने बेटी को जिंदा ही फूंकने के लिए आग लगा दी।
किराएदार हिरासत में
पीडि़त परिवार ने पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया लेकिन पुलिस को इस मामले में कई पेंच नजर आ रहे हैं। पुलिस के अनुसार घटना के बाद जब वह पूछताछ के लिए मुहल्ले में पहुंची तो पड़ोस और उसके घर में ही किराये पर रहने वाले अशोक ने कुछ और बताया। अशोक का कहना है कि युवती के पिता से पिछले दिनों किरायेदारी के विवाद में कहासुनी हुई थी।
आरोपी गब्बू, पप्पू और बाबूदान ने अशोक का पक्ष लेते हुए युवती के पिता को गलत ठहराया था। इस वाकये के बाद युवती के पिता ने उसे तंग करने के लिए उसे पानी से मोहताज करने की योजना बनाई। आरोप है कि गुरुवार को भी वह पानी भरने गया तो वहां मौजूद युवती ने उसे पानी नहीं भरने दिया जिस पर विवाद हुआ। इस बीच वहां गब्बू, पप्पू और बाबूदान आ गए और उसका पक्ष लेने लगे। पुलिस ने फिलहाल किरायेदार अशोक को भी हिरासत में ले लिया है।