मनमोहन ने बैजल को परिणाम भुगतने की दी थी चेतावनी
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर एक और किताब बम फूटा है। इस बार ट्राई के पूर्व प्रमुख और 2जी घोटाले में आरोपी प्रदीप बैजल ने उन पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अपनी पुस्तक के जरिये बैजल ने पूर्व पीएम पर 2जी मामले को लेकर परिणाम भुगतने की चेतावनी देने का
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर एक और किताब बम फूटा है। इस बार ट्राई के पूर्व प्रमुख और 2जी घोटाले में आरोपी प्रदीप बैजल ने उन पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अपनी पुस्तक के जरिये बैजल ने पूर्व पीएम पर 2जी मामले को लेकर परिणाम भुगतने की चेतावनी देने का आरोप लगाया है। बकौल ट्राई पूर्व चेयरमैन, 'मनमोहन ने चेताया था कि अगर 2जी लाइसेंस मामले में सहयोग नहीं किया तो नुकसान पहंच सकता है।' पुस्तक के अनुसार पूर्व पीएम ने तत्कालीन दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन की बात मानने के लिए भी बैजल पर दबाव बनाया था।
शौरी, टाटा को फंसाने के लिए था दबाव
ट्राई पूर्व चेयरमैन ने अपनी पुस्तक 'द कंप्लीट स्टोरी ऑफ इंडियन रिफॉम्र्स : 2जी, पावर एंड प्राइवेट इंटरप्राइज--ए प्रेक्टिशनर्स डायरी' के जरिये मनमोहन और मारन पर आरोपों की झड़ी लगाई है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि सीबीआइ ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और उद्योगपति रतन टाटा को 2जी घोटाले में फंसाने के लिए उन पर दबाव डाला था। बकौल बैजल, 'सीबीआइ ने मुझे धमकाया था कि यदि सहयोग नहीं किया तो नुकसान उठाना पड़ेगा। यही बात पूर्व पीएम ने भी मुझसे कही थी। मनमोहन ने कहा था कि अगर मैंने 2 मामले में उनकी योजना के हिसाब से काम नहीं किया तो अंजाम भुगतना पड़ सकता है।'
मारन के कार्यकाल में शुरू हुआ घोटाला
राजग सरकार के दौरान 2003 में टाई प्रमुख बने बैजल ने आरोप लगाया है कि 2जी घोटाले की शुरुआत दयानिधि मारन के कार्यकाल में ही शुरू हो गई थी।
मंत्री बनाने का किया था विरोध
पुस्तक में आगे लिखा गया है कि ट्राई प्रमुख ने एक प्रसारण कंपनी से जुड़े होने के कारण मारन को दूरसंचार मंत्री बनाने का विरोध किया था।
मारन ने दी थी धमकी
2007 तक ट्राई प्रमुख रहे बैजल के अनुसार, 'एकीकृत लाइसेंसिंग प्रणाली की सिफारिश के बाद मेरी मुश्किलें बढ़ीं। मारन ने धमकाया कि पहले आओ, पहले लाइसेंस पाओ नीति की जगह यदि मैंने नई एकीकृत प्रणाली लागू की तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस पर मैं पीएम से मिला तो उन्होंने भी मंत्री की बात मानने के लिए कहा। इसके बाद पहले मारन और बाद में ए राजा ने मेरी सिफारिशों को दरकिनार कर लाइसेंसों की बंदरबाट की।'
तीसरा पुस्तक हमला
ध्यान रहे कि बैजल से पहले पूर्व पीएम के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू और पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख भी किताब लिखकर मनमोहन को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं।
जो लिखा सौ फीसद सही
प्रदीप बैजल ने कहा है कि उन्होंने अपनी किताब में जो भी लिखा है, वह सौ प्रतिशत सही है। आरोपों को साबित करने के लिए उनके पास पुख्ता सुबूत हैं।
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'अगर मैंने मारन और पूर्व पीएम का साथ दिया होता तो आज 2जी घोटाले के दोषी के रूप में जेल में बंद होता।' -प्रदीप बैजल, ट्राई के पूर्व प्रमुख
'बैजल ने जो लिखा है, अगर सच है तो इससे स्पष्ट हो जाता है कि संप्रग सरकार कैसे काम करती थी। जिसमें हर मंत्री खुद को पीएम समझता था।' -रविशंकर प्रसाद, दूरसंचार मंत्री