यूपी के पिछड़े जिलों में खुलेंगे 26 मॉडल डिग्री कालेज
उच्च शिक्षा की राह आसान होगी। शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े प्रदेश के 26 जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेजों की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। इन जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेजों के निर्माण के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने 142 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने मॉडल कॉलेजों की स्थापना के लिए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तह
लखनऊ। उच्च शिक्षा की राह आसान होगी। शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े प्रदेश के 26 जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेजों की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। इन जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेजों के निर्माण के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने 142 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने मॉडल कॉलेजों की स्थापना के लिए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत राज्य सरकार को 101 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
राज्य सरकार ने इसमें 41 करोड़ रुपये राज्यांश के रूप में मिलाकर मॉडल कॉलेजों का निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्थाओं को 142 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी है। प्रत्येक कॉलेज के लिए 5.62 करोड़ रुपये दिये गए हैं। यह धनराशि इस वित्तीय वर्ष में खर्च की जानी है। मॉडल कॉलेजों का निर्माण होने से शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े जिलों में उच्च शिक्षा हासिल करने के अवसर बढ़ेंगे।
सूबे में मॉडल डिग्री कॉलेजों की स्थापना की जिद्दोजहद लंबे अरसे से चल रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वर्ष 2012-13 का बजट प्रस्तुत करते हुए शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े 36 जिलों में उच्च शिक्षा की पहुंच बढ़ाने के लिए मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना की घोषणा की थी। उस वक्त केंद्र सरकार ने मॉडल कॉलेजों के निर्माण की लागत आठ करोड़ रुपये तय कर रखी थी।
शतरें के मुताबिक मॉडल कॉलेजों की निर्माण लागत का एक-तिहाई हिस्सा केंद्र और दो-तिहाई राज्य सरकार को वहन करना था। राज्य सरकार की ओर से पत्राचार के बाद केंद्र प्रदेश में 26 मॉडल डिग्री कॉलेजों की स्थापना के लिए धनराशि देने पर रजामंद हो गई। केंद्र ने इनकी निर्माण लागत को बढ़ाकर 12 करोड़ कर दिया है।