फर्जी जाति प्रमाण पत्र से 1832 ने पाई सरकारी नौकरी : जीतेंद्र सिंह
जीतेंद्र सिंह ने एक प्रश्न के जवाब में बताया कि कुल मामलों में से 276 मामलों में आरोपियों को निलंबित या बर्खास्त कर दिया गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। देशभर में फर्जी जाति प्रमाण पत्र देकर सरकारी नौकरी हासिल करने के 1,832 मामले सामने आ चुके हैं। केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि सरकार ने 2010 में फर्जी जाति प्रमाण पत्र से नौकरियां पाने से जुड़ी सूचनाएं जुटाई थीं। उस वक्त सामने आया कि कई लोगों ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के जाली प्रमाण पत्र देकर नौकरियां हासिल की थीं। इनमें से 1,296 मामले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों जैसे वित्तीय संस्थानों से जुड़े थे।
जीतेंद्र सिंह ने एक प्रश्न के जवाब में बताया कि कुल मामलों में से 276 मामलों में आरोपियों को निलंबित या बर्खास्त कर दिया गया। 521 मामले मुकदमों में उलझे हैं और शेष 1,035 मामलों में अनुशासनात्मक कार्यवाही लंबित है।
फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल करने के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 157, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 135, इंडियन ओवरसीज बैंक में 112, सिंडिकेट बैंक में 103 और न्यू इंडिया इंश्योरेंस व यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस में से प्रत्येक में 41-41 मामले पाए गए।
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