..और जहर खाकर एसपी दफ्तर पहुंची छात्रा
मैनपुरी। महिला अपराधों को लेकर मैनपुरी पुलिस अब भी संवेदनशील नहीं है। एक दुष्कर्म पीड़ित छात्रा थाने पर कार्रवाई के लिए रोते हुए गुहार लगाती रही, लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी। डीएम और एसपी से भी एक बार मिली लेकिन कुछ नहीं हुआ। उसका मजाक और उड़ाया जाने लगा। आखिरकार निराश छात्रा ने जान देने की ठान ली। बुधंवार को उसन
मैनपुरी। महिला अपराधों को लेकर मैनपुरी पुलिस अब भी संवेदनशील नहीं है। एक दुष्कर्म पीड़ित छात्रा थाने पर कार्रवाई के लिए रोते हुए गुहार लगाती रही, लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी। डीएम और एसपी से भी एक बार मिली लेकिन कुछ नहीं हुआ। उसका मजाक और उड़ाया जाने लगा। आखिरकार निराश छात्रा ने जान देने की ठान ली। बुधंवार को उसने जहरीला पदार्थ खाया और एसपी कार्यालय पहुंच गई। वहीं उसकी हालत बिगड़ गई। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
करहल क्षेत्र के गांव गोपालपुर निवासी 16 वर्षीय रानी (काल्पनिक नाम) कक्षा 11 की छात्रा है। बुधवार दोपहर वह एक प्रार्थना पत्र लेकर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर पहुंची। यहां फरियादियों की भीड़ थी। अपनी बारी के इंतजार में वहीं बैठ गई। कुछ ही देर में उसे उल्टी होने लगीं। इस पर मौजूद पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। उन्होंने छात्रा से पूछताछ की। उसने बताया कि कुछ लोगों ने उससे दुष्कर्म किया। थाने में रिपोर्ट नहीं लिखने पर उसने परेशान होकर जहर खा लिया। आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां चिकित्सकों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है।
पुलिस की सूचना पर पीड़िता के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। पीड़िता की मां ने बताया कि बीते 16 नवंबर की सुबह उनकी पुत्री उपले लेने जा रही थी, तभी पड़ोस में रहने वाले हेमंत व उसके साथी ने घर में खींच लिया। हेमंत ने उसके साथ दुष्कर्म किया। परिजन मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने करहल थाने पहुंचे तो वहां रिपोर्ट नहीं लिखी गई। 21 नवंबर को परिजनों के साथ पीड़िता पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी से मिली। बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हुई।
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परिजनों के मुताबिक, आरोपी छात्रा का गांव में उपहास उड़ाने लगे। इसको लेकर वह काफी परेशान थी। बुधवार सुबह वह एसपी से मिलने की बात कहकर घर से आ गई।
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उधर, अस्पताल में हालत में सुधार होने पर पीड़िता ने बताया कि वह रिपोर्ट लिखाने थाने गई, तो आरोपी भी कुछ साथियों के साथ वहां मौजूद था। पुलिस ने उससे मिलीभगत कर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज करने से इन्कार कर दिया। उससे मनमर्जी से तहरीर लिखवा ली। मारपीट की एनसीआर बाद में दर्ज की।
पुलिस अधीक्षक श्रीकांत सिंह ने बताया कि पीड़िता की ओर से पूर्व में मारपीट की तहरीर दी गई थी। इस पर एनसीआर दर्ज की थी। अब पीड़िता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर एनसीआर को दुष्कर्म की धारा में परिवर्तित किया जाएगा। छात्रा से जबरिया मारपीट की तहरीर लिखवाए जाने के आरोप की भी जांच के साथ दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
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