तस्करी कर ले जाई जा रही 15 नबालिग लड़कियाें को बचाया
नौकरी का प्रलोभन देकर तस्करी के जरिए आंध्र प्रदेश ले जाई जा रही 15 नबालिग लड़कियों को रेल प्रशासन ने दलालों के चंगुल से आजाद कराया। मामले में तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ओडिशा। नौकरी का प्रलोभन देकर तस्करी के जरिए आंध्र प्रदेश ले जाई जा रही 15 नबालिग लड़कियों को रेल प्रशासन ने दलालों के चंगुल से आजाद कराया। मामले में तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जीआरपी इंस्पेक्टर नीलकंड महापात्र ने बताया कि उड़ीसा के बहरापुर में रेल प्रशासन ने नबालिग लड़कियों की तस्करी के आरोप में कंधमाल जिले के जीउदयगिरी के मधुस्मिता कन्हर व सुषमा प्रधान, पुरी जिले के ब्रहमागिरी की भानू मोहराना और केंद्रपाड़ा जिले के बलराम बारिक को बुधवार को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने पुरी-तिरुपति एक्सप्रेस से बच्चों के कल्याण के लिए कार्य करने वाली गैरसरकारी संगठन (एनजीओ) चाइल्डलाइन के सहयोग से 15 लड़कियों को बचाया गया। इनमें से छह लड़कियां ढेनकनाल, चार कटक और पांच कंधमाल जिले की निवासी हैं। एनजीओ ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ बृहस्पतिवार को एफआइआर दर्ज कराया।
चाइल्डलाइन के पदाधिकारी प्रभु प्रसाद पात्रा ने बताया कि गिरफ्तारी आरोपी लड़कियों को निजी फर्म अच्छे वेतन पर नौकरी दिलाने के नाम पर आंध्र प्रदेश के भीमावरम और समलकोट ले जा रहे थे। उन्हाेंने कहा कि कार्रवाई के समय मुख्य आरोपी घटनास्थल से फरार हाेने में कामयाब हो गया।
उन्हाेंने कहा कि लड़कियों को तत्काल एनजीओ के आश्रय घर में रखा गया है। पहले इनकी मेडिकल जांच कराई जाएगी उसके बाद प्रशासन के दिशानिर्देश पर उन्हें घरवालों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।