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वकील ने कचहरी में अपने चैंबर में किया महिला से दुष्कर्म

लखनऊ। कोर्ट में शातिर आपराधियों को जेल भिजवाने और पीड़ितों को न्याय दिलवाने वाले अधिवक्ताओं को बरेली

By Edited By: Published: Fri, 19 Dec 2014 11:45 AM (IST)Updated: Fri, 19 Dec 2014 11:45 AM (IST)
वकील ने कचहरी में अपने चैंबर में किया महिला से दुष्कर्म

लखनऊ। कोर्ट में शातिर आपराधियों को जेल भिजवाने और पीड़ितों को न्याय दिलवाने वाले अधिवक्ताओं को बरेली में उनके साथी की घिनौनी करतूत ने शर्मसार कर दिया। गुजारा भत्ता के लिए आई महिला को वकील ने अपनी हवस का शिकार बनाया। कचहरी परिसर दुष्कर्म की घटना के बाद हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी होते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। फौरन महिला का मेडिकल कराया गया और फिर मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

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देवनिरया के गन्नू नगला के युवक की शादी करीब 15 वर्ष पहले शाहजहापुर में पुवाया के धारा गाव निवासी युवती से हुई थी। दंपती के चार बच्चे हैं। मायके में कोई नहीं है इसलिए पति से अनबन के बाद भी महिला ससुराल में ही रहती है। उसने पति से गुजारा भत्ता पाने के लिए वह मुकदमा दर्ज कराना चाहती थी। वह गुजारा भत्ता के लिए मुकदमा करने कल कचहरी पहुंची तो उसकी मुलाकात एक अधिवक्ता से हुई। अधिवक्ता ने उसको अपने चैंबर में बुलाकर मुकदमा की फाइल तैयार कराने को पहले उससे पांच सौ और बाद में सात सौ रुपये लिए। अधिवक्ता ने महिला को अपने चैंबर में रोक लिया। शाम करीब 5:30 बजे उनके चैंबर से सभी लोग चले गए।

आरोप है कि अधिवक्ता ने महिला से जबरदस्ती की। शोर मचाने की कोशिश करने पर उसका मुंह बंद कर दिया और उससे दुष्कर्म किया। बाद में आरोपी अधिवक्ता फरार हो गया। कल कोतवाली में महिला ने पुलिस को तहरीर दी। रोती-बिलखती महिला किसी तरह पास में ही स्थित एक चाय की दुकान पर पहुंची, मगर तब तक उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। पुलिस ने बताया कि महिला से दुष्कर्म के आरोप में अधिवक्ता वीपी सिंह बौद्ध के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि मामला गंभीर है, इसलिए गहन छानबीन कराई जा रही है। मेडिकल के बाद महिला के कपड़े भी जाच के लिए रख लिए गए हैं। एक्सरे फिर महिला का बयान होंगे। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच कराई जा रही है। आरोपी की तलाश भी की जा रही है।

साजिश के तहत फंसाया गया

आरोपी अधिवक्ता वीपी सिंह बौद्ध का कहना है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। 2005 में एक इंस्पेक्टर के बेटे ने उनके चैंबर में बवाल काटा था। उस मामले में उन्होंने इंस्पेक्टर के बेटे के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया था। पिछले दिनों उस मामले में डकैती की धारा भी जुड़ गई। इससे इंस्पेक्टर का बेटा बौखला गया और वह सुलह के लिए दबाव बनाने लगा। उसने दो दिन पहले ही धमकी दी थी कि यदि सुलह नहीं की तो किसी महिला से उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा देगा। अधिवक्ता का कहना है कि आरोप सरासर झूठा है। इस मामले में वह किसी भी जाच एजेंसी के सामने आने को तैयार हैं।


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