सुकमा में सीआरपीएफ टीम पर नक्सली हमले में 25 जवान शहीद
इस घटना की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने कड़ी निंदा की है।
नई दिल्ली/रायपुर, एएनआई। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों की तरफ से सोमवार की दोपहर घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के कम से कम पच्चीस जवान शहीद हो गए। यह हमला दक्षिणी बस्तर के बुर्कापाल-चिंतनगुफा इलाके में दोपहर करीब साढ़े बारह बजे किया गया। यह इलाका राज्य के सबसे ज्यादा माओवादी प्रभावित इलाकों में एक है।
ख़बरों के मुताबिक, इस हमले में सीआरपीएफ के छह जवानों की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। ये सभी जवान सीआरपीएफ के 74वीं बटालियन के थे जिन्हें माओवादी विरोधी अभियान के लिए लगाया गया था। इस घटना के बारे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को पूरी जानकारी दी।
घटना की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने कड़ी निंदा की है। प्रधानमंत्री मोदी ने सुकमा हमले पर कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। सुकमा में नक्सली हमले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गहरा दुख व्यक्त किया है। गृहमंत्री ने कहा कि इस विषय पर उन्होंने गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर से बात की।
उन्होंने कहा कि हमारी श्रद्धांजलि इस हमले में शहीद हुए जवानों को है जबकि उनके परिवारों को लिए संवेदना व्यक्त करता हूं। गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस घटना को लेकर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहील से बात की है। वे स्थिति की जायजा लेने के लिए छत्तीसगढ़ जा रहे हैं। राजनाथ सिंह मंगलवार को खुद सुकमा का दौरा करेंगे।
नक्सली हमले के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते गृहमंत्री राजनाथ सिंह
यह घटना सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। नक्सली हमले में घायल सीआरपीएफ कांस्टेबल शेख मोहम्मद ने कहा कि नक्सलियों की तादाद करीब 300 के आसपास थी जबकि हमारी संख्या 150 थी। मैने तीन चार नक्सलियों की छाती में गोली मारी।
नक्सली हमले में घायल सीआरपीएफ कमांडर शेर मोहम्मद
शेख मोहम्मद ने आगे बताया कि सबसे पहले नक्सलियों ने गांववालों को हमारे पास भेजा ताकि हमारी लोकेशन का वो पता लगा सके। उसके बाद तीन की तादाद में नक्सलियों ने आकर अचानक धावा बोल दिया।
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ख़बरों के मुताबिक, सीआरपीएफ के 74वीं बटालियन के इंस्पेक्टर रघुवीर सिंह भी इस मुठभेड़ में बुरी तरह से घायल हो चुके हैं। घायल जवानों के घटनास्थल से हैलीकॉप्टर के जरिए जगदलपुर और रायपुर लाया गया है। जबकि, दूसरी तरफ मौका ए वारदात पर सीआरपीएफ की कोबरा टीम भेजकर वहां पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
घटना में बुरी तरह से घायल जवानों के नाम
1- एएसआई आपी हेम्ब्राम
2- हेड कांस्टेबल राम मेह
3- सीटी स्वरूप कुमार
4- सीटी मोहिंदर सिंह
5- सीटी जितेन्द्र कुमार
6- सीटी शेर मोहम्मद
7- सीटी लातू ओरांव
जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। एएसपी जितेंद्र शुक्ला ने इसकी पुष्टि कर दी है। इसी इलाके में अगस्त 2010 में 76 जवान शहीद हुए थे। इस घटना के बाद सीएम रमन सिंह ने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर रायपुर जा रहे हैं। उन्होंने इस घटना के बाद आपात बैठक बुलाई है।
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उधर, इस घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसकी कड़ी भर्त्सना की। ममता ने कहा कि उनकी संवेदना इस हमले में मारे गए जवानों के परिजनों के साथ है।