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कांग्रेस के लिए मुसीबत बने वाड्रा

चुनाव में भाजपा पर काला धन के इस्तेमाल का आरोप लगा रही कांग्रेस के लिए अब प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा बड़ी मुसीबत बन गए हैं। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व वाड्रा को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गया है। अमेरिकी अखबार वालस्ट्रीट जर्नल में सोनिया के दामाद वाड्रा के 'अदभुत उत्थान' की कहानी छपने के दूसरे दि

By Edited By: Published: Sun, 20 Apr 2014 01:33 AM (IST)Updated: Sun, 20 Apr 2014 04:26 AM (IST)
कांग्रेस के लिए मुसीबत बने वाड्रा

नई दिल्ली, जाब्यू। चुनाव में भाजपा पर काला धन के इस्तेमाल का आरोप लगा रही कांग्रेस के लिए अब प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा बड़ी मुसीबत बन गए हैं। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व वाड्रा को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गया है। अमेरिकी अखबार वालस्ट्रीट जर्नल में सोनिया के दामाद वाड्रा के 'अदभुत उत्थान' की कहानी छपने के दूसरे दिन नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता अरुण जेटली ने अलग अलग तरह से चुटकी ली।

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मोदी ने कटिहार (बिहार) की चुनावी रैली में कहा- वाड्रा आरएसवीपी (राहुल, सोनिया, वाड्रा, प्रियंका) मॉडल से आगे बढ़े हैं। वहीं जेटली ने कहा कि बिना निवेश किए ही राजनीतिक पूंजी का इस्तेमाल कर कोई कैसे करोड़पति बन सकता है, राबर्ट वाड्रा इसका उदाहरण हैं। राजनीतिक पूंजी से प्रियंका के पति मालामाल हो गए हैं। व्यंग्यात्मक लहजे में उनका कहना था, 'वाड्रा को बधाई कि वह वालस्ट्रीट जर्नल में छा गए हैं।' ध्यान रहे कि भाजपा पहले ही वाड्रा की अकूत संपत्ति की जांच की मांग कर चुकी है।

शनिवार को बिहार के कटिहार की रैली मे भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार मोदी ने वाड्रा को लेकर परोक्ष रूप से राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने नाम लिए बगैर कांग्रेस उपाध्यक्ष से पूछा कि गुजरात मॉडल पर सवाल उठाने वाले लोगों को यह बताना चाहिए आरएसवीपी मॉडल पर उनका क्या कहना है। गौरतलब है कि किसी निमंत्रण पत्र के नीचे आरएसवीपी में संपर्क का नाम दिया जाता है। वाड्रा ने दरअसल उसी संपर्क नाम होने के कारण एक लाख की पूंजी लगाकर पांच साल में चार सौ करोड़ कमा लिया। संप्रग के आरएसवीपी मॉडल के चलते ही यह कमाल हुआ।

जेटली ने भी शनिवार को अपनी ऑनलाइन कंपेन सीरीज में वाड्रा प्रकरण पर चुटकी ली। भाजपा नेता के अनुसार यह रिसर्च का विषय है कि राजनीतिक परिवार से संबद्ध एक व्यक्ति बिना पैसा लगाए ही कैसे करोड़ों का मालिक बन गया। उसे लोन मिल जाता है, बाजार भाव से कम पर जमीन खरीदता है, कुछ जमीन बढ़ी हुई कीमत पर बेचकर लोन वापस और करोड़ों की कमाई। यह सबकुछ केवल एक राजनीतिक परिवार से जुड़े होने के कारण हुआ। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर वाड्रा मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की थी।

कांग्रेस की ओर से इस मसले पर यूं तो चुप्पी है लेकिन मंत्री शशि थरूर ने आरोपों का नकारते हुए कहा कि वाड्रा का मामला व्यक्तिगत है। उनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।

बिना निशान छोड़े बर्फ पर चले मनमोहन :

भाजपा नेता अरुण जेटली ने शनिवार को अपनी ऑनलाइन कंपेन सीरीज में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कठघरे मे खड़ा किया। उनका कहना था कि पीएम का नेता(लीडर) होना जरूरी है जिसकी पार्टी और सरकार में पैठ और प्रभाव हो। 'मनमोहन सिंह मौन प्रधानमंत्री नहीं हैं' वाली टिप्पणी को लेकर उन्होंने पीएम के मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी के दावों की भी हवा निकाली है। जेटली ने कहा, 'मनमोहन बोले जरूर लेकिन उन्हें किसी ने बोलते सुना नहीं। अपने कार्यकाल में वह (पीएम) बर्फ पर चले, लेकिन कोई निशान नहीं छोड़ पाए।'

जेटली का कहना है कि प्रधानमंत्री लोकतंत्र का चेहरा होता है। उससे अपेक्षा होती है कि वह जनता का विश्वास बढ़ाए। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे और उनके भाषणों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुप होकर नहीं बैठ सकता है। उसे लीडर की तरह दिखना भी होता है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से यह आंकड़ा दिया जा रहा है कि वह अपने पूरे कार्यकाल मे लगभग 1200 बार बोले। लेकिन सच्चाई यह है कि उन्हें किसी ने सुना ही नही। जनता लीडर को सुनती है रीडर को नहीं। इसके जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता शशि थरूर ने कहा कि भारत को प्रधानमंत्री के रूप में लीडर की जरूरत है, ब्लीडर (खून बहाने वाला) की नहीं।

वाड्रा की कंपनियों के खिलाफ पीआइएल दायर :

अपनी अकूत संपत्ति को लेकर भाजपा के निशाने पर चले रहे प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। हरियाणा व राजस्थान में उनके जमीन सौदों का मामला अब दिल्ली हाई कोर्ट में पहुंच गया है। उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (पीआइएल) दायर कर सौदे में शामिल वाड्रा से संबंधित कंपनियों की जांच कोर्ट की निगरानी में सीबीआइ से कराने की मांग की गई है। पीआइएल पर 23 अप्रैल को सुनवाई हो सकती है। याचिका में आग्रह किया गया है कि राजस्थान, हरियाणा के जमीन सौदों में गड़बड़ी के मद्देनजर कोर्ट सीबीआइ को वाड्रा की कंपनी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे।

पढ़ें: वाड्रा ने एक लाख से बनाए 325 करोड़: वाल स्ट्रीट जर्नल


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