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वरुण को 'सुल्तान' बनाने में जुटीं मेनका गांधी

अपने गढ़ में दम दिखाने के बाद मेनका गांधी ने बेटे की 'सियासी जंग' में सारथी बनने को ताल ठोंक दी है। उनकी एक ही कोशिश है, हर हाल में वरुण गांधी को सुल्तानपुर की सल्तनत का 'सुल्तान' बनाना..। साथ ही ख्वाहिश अतीत के उस अधूरे सपने को पूरा करने की, जिसे कभी उनके पति संजय गांधी जिया करते थे। अलबत्ता, इस सबके बीच

By Edited By: Published: Fri, 18 Apr 2014 02:58 PM (IST)Updated: Fri, 18 Apr 2014 03:01 PM (IST)
वरुण को 'सुल्तान' बनाने में जुटीं मेनका गांधी

पीलीभीत, प्रसून शुक्ल। अपने गढ़ में दम दिखाने के बाद मेनका गांधी ने बेटे की 'सियासी जंग' में सारथी बनने को ताल ठोंक दी है। उनकी एक ही कोशिश है, हर हाल में वरुण गांधी को सुल्तानपुर की सल्तनत का 'सुल्तान' बनाना..। साथ ही ख्वाहिश अतीत के उस अधूरे सपने को पूरा करने की, जिसे कभी उनके पति संजय गांधी जिया करते थे।

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अलबत्ता, इस सबके बीच पूरब के चुनाव में मेनका की इंट्री इसलिए भी अहम होगी क्योंकि पिछले कई दिनों से गांधी परिवार के चश्मोचिराग (वरुण-प्रियंका गांधी) के बीच जमकर तीखे 'शब्दबाण' चल रहे हैं।

पीलीभीत की सियासी पाठशाला के छात्र रहे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद वरुण गांधी फिलहाल अकेले ही सुल्तानपुर के मोर्चे पर डटे हैं। अभी तक मां मेनका गांधी पीलीभीत में अपनी पुरानी सियासी जमीं को सींचने में लगी थीं। वोटिंग खत्म होते ही अब उन्होंने सुल्तानपुर का रुख करने का फैसला किया है। तीन दिन के तूफानी दौरे पर वे जल्द ही सुल्तानपुर पहुंचेंगी।

मेनका गांधी शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं। यहां से वे सुल्तानपुर जाएंगी। नजदीकी सूत्रों की मानें तो तीन, चार और पांच मई को वे सुल्तानपुर में बेटे की सियासी जमीन को मजबूत करेंगी। मेनका गांधी के मुताबिक, वरुण का अपना एक कद है। वे पीलीभीत के सांसद हैं। वहां भी सभी पर भारी पड़ रहे हैं। गत दिनों वरुण गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच हुई जुबानी जंग पर पूछे गए सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा-विरोधी वरुण के कद से घबरा रहे हैं। लोकप्रियता के ग्राफ के चलते ही लोगों में बेचैनी है।

उधर, मेनका के सुल्तानपुर दौरे की भनक लगते ही सियासी हलकों में भी हलचल हो गई है। जानकार कह रहे हैं, मेनका तर्क कुछ भी दें लेकिन पूरब में उनकी मौजूदगी राजनीति के पारे में गर्माहट जरूर लाएगी। वजह? सुल्तानपुर में वरुण हुंकार भर रहे हैं तो अमेठी और रायबरेली में बाकी गांधी परिवार (सोनिया, राहुल व प्रियंका गांधी) डटा है। बता दें, सुल्तानपुर में सात मई को वोट डाले जाएंगे।

पढ़ें: गांधी परिवारों के बीच कोई लड़ाई नहीं: मेनक


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