कारपोरेट घरानों की नौकरी करती हैं भाजपा-कांग्रेस: केजरीवाल
वाराणसी, जागरण संवाददाता। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनावी अभियान के दूसरे दिन भी भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। आरोप जड़ा कि आम जनता के वोटों की बदौलत सत्ता में रहने वाली कांग्रेस व भाजपा नौकरी बजाती हैं कारपोरेट घरानों की। बुधवार को वाराणसी संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इल
वाराणसी, जागरण संवाददाता। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनावी अभियान के दूसरे दिन भी भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। आरोप जड़ा कि आम जनता के वोटों की बदौलत सत्ता में रहने वाली कांग्रेस व भाजपा नौकरी बजाती हैं कारपोरेट घरानों की।
बुधवार को वाराणसी संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पहुंचे केजरीवाल ने ऐलान किया कि अगर आप ने मोदी को हरा दिया तो बीजेपी खत्म हो जाएगी और अमेठी में राहुल हार गए तो कांग्रेस बिखर जाएगी, इसलिए मैं देश को बचाने के लिए आपसे भीख मांगने यहां आया हूं। अपने वोट को जाया न होने दीजिए।
कोरउत बाजार, कोटवा, कपरफोड़वा, हरसोस व खालिसपुर (मिर्जामुराद) में आयोजित जन चौपाल व नुक्कड़ सभाओं में केजरीवाल ने जनता के सवालों का जवाब भी दिया। सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक चले इस धुआंधार चुनावी दौरे में सर्वाधिक सवाल दिल्ली की सत्ता छोड़ने को लेकर रहा। चौपालों में कई जगह भीड़ कम भी रही मगर केजरीवाल ने लोगों के सवालों का जवाब दिया, बताया कि किन हालातों में दिल्ली की सत्ता छोड़नी पड़ी। यह भी कहा कि अगर मैं भगोड़ा होता तो मोदी को यहां चुनौती देने नहीं आता। सवालों की कड़ी में एक व्यक्ति ने पूछा कि क्या आप नक्सलियों का समर्थन करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि नहीं, मैं समर्थन नहीं करता मगर उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए बेहतर प्लान बनना चाहिए।
नरेंद्र मोदी के गुजरात विकास माडल की खिल्ली उड़ाते हुए केजरीवाल ने कहा कि एक रुपये मीटर की दर पर गुजरात में किसानों की जमीन छीनकर मोदी ने अंबानी और अडानी के हवाले कर दिया, क्या यही मोदी का विकास माडल है। गुजरात में किसान खून के आंसू बहा रहे हैं। यह वही मोदी हैं जिन्होंने अंबानी को फायदा दिलाने के लिए गैस के दाम में वृद्धि करने के लिए केंद्र को चिट्ठी लिखी थी। पाकेट से उन्होंने चिट्ठी निकालते हुए गांव के लोगों को दिखाते हुए कहा कि अगर मैंने चुनाव आयोग से सिफारिश न की होती तो गैस के मूल्य एक अप्रैल से चार गुना बढ़ जाते।
तब भगवान को भी कह देते भगोड़ा
हरसोस में केजरीवाल ने भगोड़ा मसले पर उठे एक सवाल का जवाब कुछ यूं दिया-अगर भगवान श्रीराम के दौर में भाजपा का अस्तित्व रहा होता तो इस पार्टी के लोग श्रीराम को भी भगोड़ा बोल देते। यह न सोचते कि राज्य हित में कुर्सी छोड़ना सबके बूते की बात नहीं होती।