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परीक्षा में मिलेंगे पूरे अंक अगर अपनाएंगे ये टिप्स

सीबीएसई और राज्यों के बोर्ड एग्जाकम आरंभ हो चुके हैं। ऐसे में पढ़ाई को हौवा समझने की बजाय उसका लुत्फ उठाएं और समय प्रबंधन के साथ आगे बढ़ें।

By Srishti VermaEdited By: Published: Fri, 17 Mar 2017 10:42 AM (IST)Updated: Tue, 21 Mar 2017 02:56 PM (IST)
परीक्षा में मिलेंगे पूरे अंक अगर अपनाएंगे ये टिप्स
परीक्षा में मिलेंगे पूरे अंक अगर अपनाएंगे ये टिप्स

खेल-कूद और मनोरंजन पर ध्यासन देते हुए खुद को फिट और तरोताजा रखें ताकि जो भी पढ़ें, उसे अच्छी तरह समझें और अपना सर्वश्रेष्ठद प्रदर्शन करते हुए पाएं पूरे अंक। एक्सपर्ट्स और टॉपर्स के उपयोगी टिप्स...

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‘बैडमिंटन मेरा पसंदीदा खेल है। इसे मैं कभी मिस नहीं करता। इससे मेरी एकाग्रता बढ़ती है। मेरे पैरेंट्स ने भी कभी मुझ पर पढ़ाई के लिए दबाव नहीं बनाया, बल्कित उन्होंपने हमेशा मुझे प्रोत्साेहित किया। स्कूल के क्लािस के अलावा मैंने सिर्फ मैथ्स और एकाउंट्स की कोचिंग ली, लेकिन खुद से पढ़ने पर अधिक जोर रहा। पसंदीदा विषय होने के कारण मैथ्स को मैंने ज्यादा समय दिया, पर बाकी विषयों पर भी पूरा ध्यान दिया। मैंने पढ़ाई को कभी हौवा नहीं बनाया, बल्किि उसका भरपूर लुत्फय उठाया। यही कारण है कि मुझे सर्वाधिक अंक मिले।’ यह कहना है कि 2013 के सीबीएसई टॉपर पारस का।

रिवीजन पर जोर
अगर पूरे साल आपने नियमित तौर पर हर सब्जेक्ट पर बराबर-बराबर समय दिया होगा, तो निश्चित तौर पर आप अपनी तैयारी को लेकर कॉन्फिरडेंट होंगे। पढ़ाई के दौरान छोटा-सा नोट्स बनाना परीक्षा से पहले काफी मददगार होता है। उस नोट्स में महत्वपूर्ण फॉर्मूलों, थ्योरम्स, इक्वेशंस आदि को नोट करते जाएं। सुबह-शाम जब भी समय मिले, उसे दोहराते रहें। रिवीजन नहीं करने के कारण हम आसान सी चीज भी भूलने लगते हैं। एक्सूपर्ट्स और टॉपर्स का भी यही कहना है कि कोई भी विद्यार्थी नियमित रूप से एक टाइमटेबल के अनुसार वर्ष भर पढ़ाई करे और फिर एग्जाोम से एक महीने पहले उसे सिर्फ दोहराता जाए, तो वह हर परीक्षा उत्तीर्ण कर सकता है। मनोवैज्ञानिक प्रो. नवीन कुमार कहते हैं कि भविष्य की चिंता कतई न करें। सिर्फ नियमित रूप से अपनी दिनचर्या का अनुसरण करें, तो परिणाम बेहतर आएंगे।

कठिन विषय पर फोकस
जिस विषय में खुद को कमजोर समझते हों, उस पर थोड़ा अधिक ध्या न दें। डरे बिना उसका सामना करेंगे, तो देर-सबेर उस पर जीत हासिल कर ही लेंगे। सुपर-30 के संस्थापक गणितज्ञ आनंद कुमार कहते हैं कि, ‘ज्यादातर स्टू डेंट्स को गणित कठिन लगता है। मेरा मानना है कि नियमित अभ्यास से इस विषय को आसान बनाया जा सकता है। रोजाना कम से कम 3 घंटे तो इस विषय को जरूर दें।‘ हालांकि गणित हो या विज्ञान या फिर आर्ट्स स्ट्रीोम के सब्जेयक्टण, सभी को बराबर समय देना चाहिए। परीक्षा में किसी भी विषय में कौन-सा प्रश्न पूछ लिया जाएगा, इसका अंदाज लगाना मुश्किल है, पर कभी-भी नर्वस न हों। जिस समय सबसे अधिक तरोताजा महसूस करें, उसी समय कठिन विषय पढ़ें। हां, आसान लगने वाले विषय को अनदेखा करने की बजाय उस पर भी बराबर समय देते रहें।

फोटोग्राफिक मेमोरी
हमारा दिमाग फोटोग्राफिक मेमोरी को अधिक सेव रखता है। इसलिए चार्ट पेपर पर विज्ञान तथा गणित के प्रत्येक चैप्टर के महत्वपूर्ण फॉर्मूला, नोट्स आदि अलग-अलग कलर में लिखकर कोट करना चाहिए। इसके माध्यम से एग्जाम के कुछ घंटे पहले भी पूरे सिलेबस को दोहराया जा सकता है।

ऑनलाइन सर्फिंग
विद्यार्थी समय-समय पर अपने बोर्ड (सीबीएसई, आईसीएसई, स्टेट बोर्ड आदि) की साइट जरूर चेक करते रहें। साइट पर यह जानकारी दी जाती है कि बोर्ड किस चैप्टर को कितना वेटेज देता है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी विषय में हर बार चैप्टर नं 3 से 2 माक्र्स का प्रश्न पूछा जाता है और चैप्टर नं 2 से 4 माक्र्स का प्रश्न पूछा जाता है, तो चैप्टर नं 2 पर अधिक समय देना चाहिए।

सेहत और खान-पान
आप परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तभी कर पाएंगे, जब खुद को फिट रखने पर ध्यान देंगे। परीक्षा के दिनों दिनों तली-भुनी, जंक फूड के स्थान पर पौष्टिïक भोजन लें। 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। रात में जल्दी सोएं और सुबह जल्दी जगें। कुछ स्टूडेंट्स रात को जागकर पढ़ाई करते हैं और दिन में सोते हैं। अपनी इस आदत को बदलने की कोशिश करें। सुबह के समय खुद को तरोताजा ररवें। पढ़ाई के दौरान ब्रेक भी बहुत जरूरी है। इससे न सिर्फ नीरसता खत्म होती है, बल्कि आप खुद को ऊर्जा से भरपूर पाते हैं। इस दौरान आप संगीत सुन सकते हैं और हल्का-फुल्का गेम भी खेल सकते हैं। दिनचर्या में यदि व्यायाम, ध्यान, टहलने आदि को शामिल कर लिया जाए, तो न सिर्फ तरोताजा महसूस किया जा सकता है, बल्कि एकाग्रता भी बढ़ जाती है। इससे हमारे शरीर से एंडोर्फिन हार्मोन निकलता है, जो शरीर और दिमाग दोनों को तनाव रहित करता है।

प्रैक्टिस से खुद को बनाएं परफेक्ट
एनसीईआरटी की किताबों को बार-बार एकाग्रता से पढ़ें। समय सीमा और शब्दग सीमा के भीतर मॉडल पेपर्स हल करने की लगातार प्रैक्टिस करें। विज्ञान विषय में ज्यादा लिखने से कोई फायदा नहीं होता है। किसी प्रश्न का जवाब नहीं आ रहा है, तो वक्तफ बर्बाद करने की बजाय उसे छोड़कर आगे बढ़ें। 3 घंटे के पेपर को पौने तीन घंटे में हल करने की कोशिश करें, वरना साइंस और मैथ्स के लंबे पेपर में सवाल छूट सकते हैं। टाइम और स्ट्रेस दोनों को मैनेज करना सीखें।
-रेणु सिंह, प्रिंसिपल, एमिटी इंटरनेशनल स्कूल

सुधारें अपनी गलतियां

इन दिनों में नई चीजों को न पढ़ें। जो पढ़ चुके हैं, उसे ही बार-बार दोहराएं। पिछले
दस सालों के सवाल जरूर बनाएं। सामने घड़ी रखकर इन सवालों को वैसे ही बनाएं जैसे
एग्जामिनेशन हॉल में बनाते हैं। देखें कि कहां पर आप चूक जाते हैं। उसे नजरअंदाज करने की बजाय उस पर फोकस करें। अगली बार गलतियां न हों, ऐसी कोशिश करें। अक्सर आप कुछ टॉपिक को छोड़ देते हैं, लेकिन सवाल उसी से पूछ लिया जाता है। इसलिए सभी टॉपिक पर बराबर ध्यान दें।
आनंद सिंह, संस्थापक, सुपर-30

-स्मिता

(एक्‍सपर्ट्स से बातचीत पर आधारित)

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