MCD चुनाव: मतदान के बीच केजरीवाल ने छेड़ा EVM 'राग', EC पर उठाए सवाल
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'पूरी दिल्ली से ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आ रही हैं, वोटर स्लिप के साथ खड़े लोगों को वोट नहीं करने दिया जा रहा है। चुनाव आयोग क्या कर रहा है।'
नई दिल्ली [जेएनएन]। निगम चुनाव में मतदान के दौरान खराब हुई ईवीएम से भड़के आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन खराब इलेक्ट्रॉनिक वोटिग मशीनों (ईवीएम) की खबरें दिल्ली के हर हिस्से से दिन भर आती रहीं। जिससे साबित होता है कि बार-बार कहने के बाद भी चुनाव आयोग ने अच्छी मशीनों को नहीं लगाया और न ही मशीनों के खराब होने पर उन्हें बदलने के कोई उचित प्रबंध किए थे।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि अव्यवस्था का आलम यह था कि मान्य वोटर पर्चियां साथ होने के बाद भी कई वोटरों को नगर निगम में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने दिया गया। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि 'पूरी दिल्ली से ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आ रही हैं, वोटर स्लिप के साथ खड़े लोगों को वोट नहीं करने दिया जा रहा है। चुनाव आयोग क्या कर रहा है?'
Reports from all over Delhi of EVM malfunction, ppl with voter slips not allowed to vote. What is State EC doing?: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/6BGg0lHkOA— ANI (@ANI_news) April 23, 2017
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने स्वीकार किया कि कुछ जगहों से तकनीकी गड़बड़ी की खबरे आईं , लेकिन उन गड़बड़ियों को दूर कर दिया गया। इससे पहले अपना वोट डालने के बाद केजरीवाल ने दिल्ली के वोटरों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घरों से बाहर निकलें और डेंगू एव चिकनगुनिया मुक्त दिल्ली बनाने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली नगर निगम के चुनाव 'आप' सरकार के दो साल के कामकाज पर जनमत-संग्रह है। इस पर केजरीवाल ने कहा हम देखेंगे जब बुधवार को नतीजे आएगे। बता दें कि केजरीवाल ने पहले मांग की थी कि वीवीपैट से लैस ईवीएम से मतदान कराने का इंतजाम किए जाने तक चुनाव टाल दिए जाएं। उनका कहना था कि वीवीपैट से ही निष्पक्ष तरीके से चुनाव हो सकेंगे।
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इस मशीन से एक पर्ची निकलती है जिसमे उस पार्टी का चुनाव चिन्ह अंकित होता है, जिसे मतदाता ने वोट दिया है। यह पर्ची एक बक्से में गिरती है। कोई मतदाता इसे अपने घर नहीं ले जा सकता। मतदाता वोटर-वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) पर्चियों को सात सेकेंड तक देख सकते हैं।
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