Move to Jagran APP

सचिन का वो जन्मदिन, जो बन गया था सबसे खास 24 अप्रैल..

सचिन तेंदुलकर आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। यह हैरान करने वाली बात ही है कि अपने 24 साल के लंबे क्रिकेट करियर में सचिन ने 24 अप्रैल के दिन सिर्फ चार ही मुकाबले खेले, जिसमें एक आइपीएल मैच भी शामिल था। यूं तो मास्टर ब्लास्टर और उनके फैंस के लिए उनके जीवन का हर 24 अप्रैल खास रहा है लेकिन उनका एक जन्मदिन

By Edited By: Published: Thu, 24 Apr 2014 10:56 AM (IST)Updated: Thu, 24 Apr 2014 11:52 AM (IST)
सचिन का वो जन्मदिन, जो बन गया था सबसे खास 24 अप्रैल..

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। यह हैरान करने वाली बात ही है कि अपने 24 साल के लंबे क्रिकेट करियर में सचिन ने 24 अप्रैल के दिन सिर्फ चार ही मुकाबले खेले, जिसमें एक आइपीएल मैच भी शामिल था। यूं तो मास्टर ब्लास्टर और उनके फैंस के लिए उनके जीवन का हर 24 अप्रैल खास रहा है लेकिन उनका एक जन्मदिन ऐसा था जो शायद कभी कोई क्रिकेट फैन नहीं भूलेगा।

loksabha election banner

वो एतिहासिक मैच:

24 अप्रैल, 1998 (सचिन का 25वां जन्मदिन)..जगह थी शारजाह, भारत उस वनडे टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने में सफल रहा था और सामने थी दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई टीम। भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टीव वॉ और डेरेन लेहमन की 70-70 रनों की पारियों के दम पर 9 विकेट खोकर 272 रन बनाए और भारत के सामने 273 रनों का लक्ष्य रखा।

जवाब में उतरी भारतीय टीम ने नौवें ओवर में गांगुली (23) के रूप में अपना पहला विकेट सस्ते में गंवा दिया लेकिन ओपनर सचिन उस दिन किसी और ही मूड में थे। उन्होंने अपने जन्मदिन को खास बनाते हुए 131 गेंदों पर 134 रनों की धुआंधार पारी खेली जिसमें 12 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। सचिन 45वें ओवर तक टिके रहे और टीम को विजयी मंच पर 248 के स्कोर तक पहुंचाकर ही आउट हुए। हालांकि कैस्प्रोविच की जिस गेंद पर सचिन एलबीडब्ल्यू हुए वो एक गलत फैसला था क्योंकि रीप्ले में देखा गया कि गेंद साफ तौर पर ऑफ स्टंप से बाहर थी, सचिन आउट तो हो गए लेकिन टीम की जीत का श्रेय उनको ही गया और मैच व टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच व मैन ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से भी नवाजा गया। इसके साथ ही वो जन्मदिन उनके करियर का सबसे जन्मदिन बन गया। सचिन आज भी उस पारी को अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियों में गिनते हैं।

दिग्गज वॉर्न के सपनों में आए सचिन:

ये वही टूर्नामेंट था और ये वही फाइनल भी था जिसमें सचिन ने ऑस्ट्रेलिया व विश्व के दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न की गेंदों की मैदान के चारों ओर धुनाई की थी। आलम ये था कि वॉर्न ने उस टूर्नामेंट के बाद कहा था कि सचिन का खौफ इतना बढ़ चुका था वो उनके सपनों में दिखने लगे थे और वॉर्न की रातों की नींद उड़ चुकी थी। उस मैच में वॉर्न ने 10 ओवरों में बिना किसी सफलता के 61 रन लुटाए थे।

क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.