इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने टीम इंडिया को दिया सफलता का मंत्र
दौरे पर अक्सर टीम इंडिया वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाती जिसके लिए वो जानी जाती है। ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंज और इंग्लैंड
नई दिल्ली। विदेशी दौरे पर अक्सर टीम इंडिया वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाती जिसके लिए वो जानी जाती है। ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंज और इंग्लैंड दौरे पर तो ऐसा लगता है जैसे टीम के खिलाड़ी खेलना ही भूल गए हों। खास तौर पर टीम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद लचर हो जाता है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार शुरुआत के बाद टीम इंडिया पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 3-1 से गवां बैठी। टीम इंडिया की इस हार में जो सबसे बड़ी कमी रही वो था बल्लेबाजों का फेल होना। टीम के ऐसे प्रदर्शन पर अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर खान ने विदेशी दौरे पर टीम की सफलता के लिए एक सहज और आसान सा मंत्र दिया है।
जहीर खान का कहना है कि जब तक भारतीय बल्लेबाज अपने खेल में सुधार करके लगातार बड़ा स्कोर नहीं खड़ा करते उन्हें विदेशी सरजमीं पर अपना प्रभाव छोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 'अगर आपने पहली पारी में 350 से अधिक रन बनाए हैं तभी आप मैच में बने रह सकते हो। अगर आप इस स्कोर तक नहीं पहुंचते तो आपको मैच में वापसी के लिए जी तोड़ कोशिश करनी पड़ती है।'
जहीर के मुताबिक टीम इंडिया को विदेशों में जब भी सफलता मिली उसमें बल्लेबाजों को रोल सबसे अहम रहा। अगर स्कोर बोर्ड पर रन होता है तो गेंदबाजों के लिए भी आसान होता है। मैच में गेंदबाजों का काम होता है विकेट लेना। रन बनाना बल्लेबाजों का है और रन जितने ज्यादा होंगे गेंदबाजों के लिए काम उतना ही आसान हो जाता है। जाहिर तौर पर जहीर खान की इस नसीहत पर टीम इंडिया के बल्लेबाजों को गौर करने की जरूरत है क्योंकि टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज और एक टी-20 मैच खेलना है। इसके बाद टीम को साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है और उसके ठीक बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में आयोजित क्रिकेट वर्ल्ड कप भी खेलना है।