अंपायर धर्मसेना ने रचा इतिहास, हासिल की यह उपलब्धि
मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर खेले जा रहे क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में श्रीलंका के कुमार धर्मसेना ने इस मैच में अंपायरिंग के लिए उतरने के साथ ही इतिहास रच दिया और एक खास उपलब्धि अपने नाम कर ली। धर्मसेना ऐसे पहले अंपायर बन गए है जो बतौर खिलाड़ी विश्व
मेलबर्न। मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर खेले जा रहे क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में श्रीलंका के कुमार धर्मसेना ने इस मैच में अंपायरिंग के लिए उतरने के साथ ही इतिहास रच दिया और एक खास उपलब्धि अपने नाम कर ली। धर्मसेना ऐसे पहले अंपायर बन गए है जो बतौर खिलाड़ी विश्व कप फाइनल खेलने के बाद अंपायर के रूप में भी विश्व कप फाइनल मैच का हिस्सा बनने वाले दुनिया के पहले अंपायर बन गए हैं।
धर्मसेना इस मैच में इंग्लैंड के रिचर्ड केटलरबरा के साथ मैदानी अंपायर की भूमिका निभा रहे हैं। धर्मसेना 1996 में विश्व कप विजेता श्रीलंकाई टीम के सदस्य थे। उस वक्त श्रीलंका ने लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व कप हासिल किया था। अब वह अंपायर के रूप में एक फाइनल का हिस्सा हैं।
वैसे धर्मसेना की विश्व कप फाइनल में अंपायर के रूप में नियुक्ति को इसलिए आश्चर्य के रूप में देखा जा रहा था क्योंकि धर्मसेना इस विश्व कप में बड़ी गलती कर चुके हैं। उनकी गलती की वजह से इंग्लैंड के जेम्स टेलर को अपने शतक से दो रन से चूकना पड़ा था।
इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के मराइस इरास्मस तीसरे अंपायर, जबकि इंग्लैंड के इयान गुल्ड चौथे अंपायर हैं। श्रीलंका के रंजन मदुगले इस खिताबी मुकाबले के मैच रैफरी हैं। धर्मसेना ने 1993 से 2004 तक के अंतरराष्ट्रीय करियर में 31 टेस्ट में 868 रन बनाए और 69 विकेट लिए जबकि 141 अंतरराष्ट्रीय वन-डे में 138 विकेट लिए थे।