.....बस 2 रन पहले समेटते तो बन जाता इतिहास
बुधवार रात आइपीएल का एक बड़ा रिकॉर्ड बन सकता था लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम सिर्फ कुछ कदम से चूक गई। इस मैच में बैंगलोर ने गेल (117) के धुआंधार शतक के दम पर 226 रन का स्कोर बनाया जबकि पंजाब की टीम को 13.4 ओवर में 88 रन
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। बुधवार रात आइपीएल का एक बड़ा रिकॉर्ड बन सकता था लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम सिर्फ कुछ कदम से चूक गई। इस मैच में बैंगलोर ने गेल (117) के धुआंधार शतक के दम पर 226 रन का स्कोर बनाया जबकि पंजाब की टीम को 13.4 ओवर में 88 रन पर ही समेट दिया। आइए जानते हैं कि क्या था वो रिकॉर्ड जिससे बैंगलोर की टीम चूक गई।
दरअसल, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने पंजाब को 88 रन पर समेटते हुए 138 रनों से जीत दर्ज की लेकिन अगर वे पंजाब की टीम को 86 रनों के अंदर समेटने में सफल होते तो नया इतिहास रच देते। ऐसा करने पर उन्हें 140 रनों की जीत हासिल होती जो कि रनों के मामले में संयुक्त तौर पर आइपीएल इतिहास की सबसे बड़ी जीत साबित होती।
इससे पहले कोलकाता नाइट राइडर्स ने बैंगलोर को 140 रन से मात देकर सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। वो जीत आइपीएल इतिहास के पहले सीजन के पहले मुकाबले में मिली थी। उसके बाद से कई टीमें इस रिकॉर्ड के करीब तो पहुंची लेकिन अब तक कोई उस रिकॉर्ड तक नहीं पहुंच सका।
हालांकि इस मैच में बैंगलोर ने आइपीएल इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी जीत हासिल की और इसके लिए उन्होंने अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तीसरे नंबर पर खिसका दिया। इत्तेफाक ये है कि आइपीएल की तीन सबसे बड़ी जीत बेंगलुरू के ही मैदान पर दर्ज हुई हैं और शीर्ष पांच सबसे बड़ी जीत में से चार मैचों में बैंगलोर की टीम मैच का हिस्सा थी।
ये हैं रनों के मामले में आइपीएल की पांच सबसे बड़ी जीतः
1- कोलकाता बनाम बैंगलोर (कोलकाता 140 रन से जीता), 18 मई 2008, बेंगलुरू
2- बैंगलोर बनाम पंजाब (बैंगलोर 138 रन से जीता), 6 मई 2015, बेंगलुरू
3- बैंगलोर बनाम पुणे (बैंगलोर 130 रन से जीता), 23 अप्रैल 2013, बेंगलुरू
4- पंजाब बनाम बैंगलोर (पंजाब 111 रन से जीता), 17 मई 2011, धर्मशाला
5- राजस्थान बनाम दिल्ली (राजस्थान 105 रन से जीता), 30 मई 2008, मुंबई