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निवेशकों को रिझाने के लिए यश बिड़ला समूह ने पुराने नाम का किया इस्‍तेमाल

निवेशकों को रिझाने के लिए यश बिड़ला समूह ने कंपनी के पुराना नाम का इस्‍तेमाल किया है। निवेशकों का आरोप है कि बिरला ग्‍लोबल कॉर्पोरेट लिमिटेड (बीजीसीएल) का नाम वर्ष 2009 में बदलकर इंडोएशियन ओशिएनिक एक्‍सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया था। मगर, वर्ष 2012 तक बीजीसीएल की ओर से

By Edited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 12:37 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 12:43 PM (IST)
निवेशकों को रिझाने के लिए यश बिड़ला समूह ने पुराने नाम का किया इस्‍तेमाल

मुंबई। निवेशकों को रिझाने के लिए यश बिड़ला समूह ने कंपनी के पुराना नाम का इस्तेमाल किया है। निवेशकों का आरोप है कि बिरला ग्लोबल कॉर्पोरेट लिमिटेड (बीजीसीएल) का नाम वर्ष 2009 में बदलकर इंडोएशियन ओशिएनिक एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया था। मगर, वर्ष 2012 तक बीजीसीएल की ओर से सह स्वीकारकर्ता के रूप में साइन किए गए बिल दिए जाते रहे हैं।

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हमारे सहयोगी अखबार मिड डे के पास मौजूद दस्तावेजों के अनुसार, बिड़ला ग्लोबल कॉर्पोरेट लिमिटेड के निदेशकों ने बिड़ला पावर सॉल्यूशन्स के लिए पैसा प्राप्त करते समय को-एक्सेप्टर्स के रूप में साइन किए। दस्तावेजों के अनुसार, बिड़ला ग्लोबल कार्पोरेट लिमिटेड का नाम वर्ष 2009 में बदलकर इंडोएशियन ओशिएनिक एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया था।

इसके बारे में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को भी सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद वर्ष 2012 के अंत तक बिडला पावर सॉल्यूशन्स के निवेशकों को मिलने वाले बिल ऑफ एक्सचेंज पर बिड़ला ग्लोबल कार्पोरेट लिमिटेड की ओर से निदेशकों ने को-एक्सेप्टर्स के रूप में साइन किया था।

पढ़ेंः कालेधन में यश बिड़ला का नाम

बिड़ला समूह ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) की वेबसाइट पर विसंगतियों का आरोप लगाया है। लंबे समय से यश बिड़ला समूह अपनी कंपनी बिड़ला पावर सॉल्यूशन्स के लिए सुर्खियां बटोर रहे हैं, जो अपने निवेशकों को उनका पैसे लौटाने में सक्षम नहीं हो रही है। निवेशकों से पैसा लेते समय उन्हें अच्छे रिटर्न का वादा किया गया था।

गौरतलब है कि मिड-डे ने 10 जून, 2013 को खबर भी प्रकाशित की थी कि यश बिड़ला पर धोखाधड़ी के मामले में दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कई निवेशकों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट की धारा 138 के तहत चेक बाउंस होने पर कई निवेशकों ने शिकायत दर्ज कराई थी। ऐसा ही एक मामला यश बिड़ला, उनकी पत्नी अवंती व निदेशकों और अन्य कंपनियों के कई शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ दर्ज कराई गई थी।


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