वॉलमार्ट के स्टोर में अब नहीं मिलेगी राइफल
अमेरिका में बंदूक संस्कृति के खिलाफ उठ रही आवाज का नतीजा दिखने लगा है। वॉलमार्ट ने एआर-15 सहित अन्य सेमी ऑटोमेटिक राइफल की बिक्री बंद करने का फैसला किया है। अमेरिका में गोलीबारी की कई घटनाएं इसी तरह के हथियारों का इस्तेमाल कर अंजाम दी गई है। हालांकि कंपनी का
वाशिंगटन। अमेरिका में बंदूक संस्कृति के खिलाफ उठ रही आवाज का नतीजा दिखने लगा है। वॉलमार्ट ने एआर-15 सहित अन्य सेमी ऑटोमेटिक राइफल की बिक्री बंद करने का फैसला किया है। अमेरिका में गोलीबारी की कई घटनाएं इसी तरह के हथियारों का इस्तेमाल कर अंजाम दी गई है। हालांकि कंपनी का कहना है कि इन हथियारों की घटती मांग के कारण उसने यह कदम उठाया है।
वॉलमार्ट अमेरिका की शीर्ष हथियार विक्रेता कंपनी है। कंपनी के प्रवक्ता कोरी लुंडबर्ग ने बताया कि कंपनी ने मॉर्डन स्र्पोटिंग राइफल की श्रेणी में आने वाली सेमी ऑटोमेटिक राइफल की बिक्री बंद करने का फैसला किया है। अमेरिका में कंपनी के करीब 45 सौ स्टोर में इस तरह के हथियार बेचे जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस फैसले का गोलीबारी की घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। कंपनी का ध्यान अभी भी शिकार और खेलों में इस्तेमाल होने वाले हथियारों के बाजार पर केंद्रित है। इनकी बिक्री बंद करने का कोई इरादा नहीं है।
जबर्दस्त मांग
कंपनी ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब वर्जीनिया में दो पत्रकारों की हत्या की घटना से अमेरिका सदमे में है। जानकारों के अनुसार वॉलमार्ट ने दबाव में यह फैसला किया है। खुदरा सलाहकार ब्रेट फ्लिकिंग ने कंपनी के उस दावे पर संदेह जताया है कि जिसमें कहा गया है कि इस तरह के हथियारों की मांग कम हो गई है।
नेशनल शूटिंग स्पोर्टस फाउंडेशन ने भी कहा है कि इस तरह के हथियारों की अब भी जबर्दस्त मांग है। व्यापार संघ के प्रवक्ता माइकल बेजिनेट के अनुसार मॉर्डन स्पोर्टिग राइफल अभी भी अत्यधिक लोकप्रिय हैं। उन्होंने बताया कि 1990 के बाद एक करोड़ के करीब अमेरिकियों ने इस तरह के हथियार खरीदे हैं।
टॉय गन भी नहीं
इससे पहले वालमार्ट ने 2006 में हथियारों की बिक्री करने वाले स्टोर की संख्या में कमी की थी। इस महीने की शुरुआत में न्यूयॉर्क में वालमार्ट, अमेजन और सीयर्स जैसी कंपनियों ने वास्तविक बंदूक की तरह दिखने वाले टॉय गन की बिक्री बंद करने का फैसला किया था।
हत्यारों की पहली पसंद
एआर-15 इस समय अमेरिका में गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम देने वालों की पहली पसंद है। यह राइफल हल्की और टिकाऊ होती है। असल में अमेरिकी सैनिकों के लिए बनाया गया एआर-15 विवादित कानून के कारण आज हर अमेरिकी की पहुंच में है। कनेक्टिकट के स्कूल और कोलारोडो के थियेटर में हुई गोलीबारी जैसी चर्चित घटनाओं में इसी हथियार का इस्तेमाल हुआ था।