सेंसेक्स 190 अंक और निफ्टी 48 अंक की गिरावट के साथ बंद
आज के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 0.75 फीसद तक गिरकर बंद हुए हैं। सेंसेक्स में जहां 200 अंकों की गिरावट देखी गई वहीं निफ्टी 48 अंक नीचे फिसल गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी आज बिकवाली हावी रही। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स करीब 0.6 फीसद की गिरावट के
मुंबई । आज के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 0.75 फीसद तक गिरकर बंद हुए हैं। सेंसेक्स में जहां 200 अंकों की गिरावट देखी गई वहीं निफ्टी 48 अंक नीचे फिसल गया।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी आज बिकवाली हावी रही। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स करीब 0.6 फीसद की गिरावट के साथ 13,266 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.15 फीसद गिरकर 11,327 के स्तर पर बंद हुआ है।
एफएमसीजी, फार्मा, ऑयल एंड गैस, बैंकिंग, ऑटो, कैपिटल गुड्स, पावर और रियल्टी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव दिखा है। बीएसई के एफएमसीजी, फार्मा, ऑयल एंड गैस, बैंकिंग, ऑटो, कैपिटल गुड्स, पावर और रियल्टी इंडेक्स में 1-0.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.8 फीसद टूटकर 17,475 के स्तर पर बंद हुआ है। हालांकि मेटल और कंज्यूमर ड्युरेबल्स शेयरों में खरीदारी नजर आई है। बीएसई के मेटल इंडेक्स में 0.3 फीसद और कंज्यूमर ड्युरेबल्स इंडेक्स में 0.25 फीसद की बढ़त दर्ज की गई है।
अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 190 अंक यानि 0.7 फीसद की गिरावट के साथ 26,846 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 48 अंक यानि 0.6 फीसद की कमजोरी के साथ 8,129 के स्तर पर बंद हुआ है।
आज के कारोबारी सत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज, गेल, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी और सन फार्मा जैसे शेयर 2.7-1.4 फीसद तक कमजोर होकर बंद हुए हैं। हालांकि वेदांता, अल्ट्राटेक सीमेंट, अदानी पोर्ट्स, टाटा स्टील, एचसीएल टेक, हीरो मोटो, बीएचईएल और डॉ रेड्डीज जैसे दिग्गज शेयर 2.4-0.5 फीसद तक मजबूत होकर बंद हुए हैं।
मिडकैप शेयरों में एचएमटी, मोतीलाल ओसवाल, वेलस्पन इंडिया, वेलस्पन इंडिया और एफएजी बियरिंग्स सबसे ज्यादा 7.5-3.7 फीसद तक लुढ़ककर बंद हुए हैं। स्मॉलकैप शेयरों में संदूर मैंगनीज, कैप्लिन लैब्स, हिंद कम्पोजिट, पोन्नि शुगर्स और ओजस एसेट सबसे ज्यादा 8.9-5.1 फीसद तक गिरकर बंद हुए हैं।
आज के कारोबार में भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत अच्छी नहीं रही। एशियाई बाजारों की कमजोरी और अमेरिकी बाजारों की तेजी का मिलाजुला असर बाजार पर साफ दिखाई दिया। घरेलू बाजार सपाट खुलने के बाद गिरावट का दौर बाजार बंद होने तक जारी रहा।