मई में कोर सेक्टर की ग्रोथ ने पकड़ी रफ्तार
मई, 2015 में बुनियादी क्षेत्र से जुड़े आठ प्रमुख उद्योगों (कोर सेक्टर) के उत्पादन में 4.4 फीसद की बढ़ोतरी हुई। यह पिछले छह महीनों में सर्वाधिक है। कोल और रिफाइनरी उत्पादों की ग्रोथ में तेजी ने सेक्टर की कुल रफ्तार के आंकड़ों को प्रभावित किया। मार्च और अप्रैल में आठ
नई दिल्ली। मई, 2015 में बुनियादी क्षेत्र से जुड़े आठ प्रमुख उद्योगों (कोर सेक्टर) के उत्पादन में 4.4 फीसद की बढ़ोतरी हुई। यह पिछले छह महीनों में सर्वाधिक है। कोल और रिफाइनरी उत्पादों की ग्रोथ में तेजी ने सेक्टर की कुल रफ्तार के आंकड़ों को प्रभावित किया। मार्च और अप्रैल में आठ कोर सेक्टरों के उत्पादन में गिरावट आई थी। मई, 2014 में कोर सेक्टर की वृद्धि दर 3.8 फीसद रही थी।
मई, 2015 में सेक्टर की ग्रोथ में आई तेजी के पीछे कोयला (7.8 फीसद), रिफाइनरी उत्पाद (7.9 फीसद) और इलेक्टि्रसिटी (5.5 फीसद) में दर्ज की गई रिकवरी की बड़ी भूमिका है। भारत के कुल औद्योगिक उत्पादन में कोर सेक्टर की 38 फीसद हिस्सेदारी है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मई 2015 में क्रूड ऑयल का उत्पादन 0.8 फीसद तथा स्टील और सीमेंट का 2.6-2.6 फीसद बढ़ा। हालांकि, प्राकृतिक गैस की ग्रोथ शून्य से 3.1 फीसद नीचे रही। मार्च में इन बुनियादी उद्योगों की ग्रोथ शून्य से 0.1 फीसद और अप्रैल में शून्य से 0.4 फीसद नीचे रही थी। इस साल मई में दर्ज की गई रफ्तार नवंबर, 2014 के बाद से सर्वाधिक है। बीते साल नवंबर में यह सेगमेंट 6.7 फीसद बढ़ा था।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई की अवधि के दौरान बुनियादी उद्योगों की रफ्तार 2.1 फीसद रही। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 4.7 फीसद रही थी।