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न्यूयॉर्क में बैद्यनाथ की दवाएं नहीं खाने की सलाह जारी

न्यूयॉर्क शहर के स्वास्थ्य विभाग ने आयुर्वेदिक दवाएं बनाने वाली भारत की प्रमुख कंपनी श्री बैद्यनाथ की कुछ दवाओं का इस्तेमाल तत्काल बंद करने को कहा है। विभाग ने एक बयान में कहा कि उसके कुछ उत्पादों में आर्सेनिक, लेड और पारे का स्तर बहुत ज्यादा पाया गया है जिससे

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2015 06:59 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2015 07:49 PM (IST)
न्यूयॉर्क में बैद्यनाथ की दवाएं नहीं खाने की सलाह जारी

न्यूयार्क। न्यूयॉर्क शहर के स्वास्थ्य विभाग ने आयुर्वेदिक दवाएं बनाने वाली भारत की प्रमुख कंपनी श्री बैद्यनाथ की कुछ दवाओं का इस्तेमाल तत्काल बंद करने को कहा है। विभाग ने एक बयान में कहा कि उसके कुछ उत्पादों में आर्सेनिक, लेड और पारे का स्तर बहुत ज्यादा पाया गया है जिससे वे दवाएं मानव के खाने के अनुपयुक्त हो गई हैं।

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यह भी कहा गया है कि जो लोग उन उत्पादों का सेवन कर रहे हैं उन्हें अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए और लेड या अन्य हैवी मेटल का प्रभाव तो नहीं पड़ा इसकी जांच कराने पर विचार करना चाहिए। विभाग ने निवासियों को इन दवाओं को बेच रही दुकानों के बारे में प्रशासन को सूचना देने की सलाह दी है। विभाग ने इन दवाओं की बिक्री रोकने के लिए आदेश जारी किया है।

ब्यूरो ऑफ एंवायर्नमेंटल डिजीज एंड इंजूरी प्रीवेंशन की सहायक आयुक्त नैंसी क्लार्क ने कहा कि हालांकि सभी आयुर्वेदिक दवाओं में खतरनाक पदार्थ नहीं होते हैं, लेड व अन्य हैवी मेटल इनमें कुछ दवाओं में जानबूझकर मिलाए गए हो सकते हैं ताकि इलाज के दौरान पूर्ण लाभ के लिए इन्हें संरक्षित रखा जा सके। उन्होंने कहा कि किसी को न इन उत्पादों को बेचना चाहिए और न ही इन्हें किसी को इस्तेमाल करना चाहिए।

विभाग की ओर से कहा गया है कि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसीन ऑफ द नेशनल एकेडमीज के फूड एवं न्यूट्रीशन बोर्ड के अनुसार आर्सेनिक की अधिकतम स्वीकार्य मात्रा तीन पीपीएम, लेड की दो पीपीएम और मर्करी की एक पीपीएम तक किसी खाद्य पदार्थ में रह सकती है। उसकी जगह इन उत्पादों में आर्सेनिक 240 पीपीएम, लेड 470 पीपीएम और मर्करी 27000 पीपीएम तक पाया गया है।

जब नई दिल्ली स्थित बैद्यनाथ के कार्यालय से संपर्क किया गया तो एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी इस मामले की जांच कर यह तय करेगी कि जिन उत्पादों पर सवाल उठाए गए हैं वे बैद्यनाथ के हैं या उन्हें किसी अन्य कंपनी ने बेचा है। उसने कहा कि न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य विभाग ने इन उत्पादों के बारे में अभी तक संपर्क नहीं किया है। उस अधिकारी ने यह भी कहा कि बैद्यनाथ ने कहा है कि हम अपनी दवाएं अमेरिका में निर्यात नहीं करते। न्यूयॉर्क सिटी के विभाग ने चेतावनी दी है कि जो लोग भी इस तरह के हैवी मेटल वाली दवाएं नियमित रूप से सेवन करते हैं उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

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