विदेशी संकेतों से फिसला शेयर बाजार
ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेतों के चलते भारतीय बाजारों पर भी दबाव देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स 127.97 अंक गिरकर 25,101.73 पर बंद हुआ।
मुंबई, प्रेट्र । ग्लोबल ग्रोथ की चिंता में दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई। इसे देखते हुए निवेशकों ने दलाल स्ट्रीट में लगातार तीसरे दिन बिकवाली जारी रखी। इसके चलते बुधवार को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 127.97 अंक गिरकर तीन हफ्ते के निचले स्तर 25101.73 पर बंद हुआ। इन तीन सत्रों के दौरान इसमें 504.89 अंक की गिरावट आई थी। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 40.45 अंक टूटकर 7706.55 पर बंद हुआ।
ग्लोबल अर्थव्यवस्था की सुस्ती संबंधी अनुमान और कच्चे तेल की कीमतों में अनिश्चितता जैसे नकारात्मक संकेतों की वजह से निवेशकों में निराशा दिख रही है। इसके अलावा घरेलू कंपनियों के तिमाही वित्तीय नतीजे भी उत्साहजनक नहीं हैं। इसका असर दलाल स्ट्रीट की कारोबारी धारणा पर भी पड़ा।बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 25210.87 अंक पर कमजोर खुला। इससे सुधरकर यह सत्र के ऊंचे स्तर 25245.70 अंक तक गया। मगर बाद में बिकवाली का शिकार बनकर यह एक समय सत्र के निचले स्तर 25061.04 को छू गया। बीएसई के सूचकांकों में मेटल, इंडस्टि्रयल, रियल्टी, ऑटो और टेलीकॉम पर बिकवाली की ज्यादा मार पड़ी। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 19 के शेयर नुकसान में रहे और 10 में फायदा दर्ज हुआ। कोल इंडिया का शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुआ।
एक्सचेंज खुद नहीं हो सकते सूचीबद्ध
बाजार नियामक सेबी ने एनएसई के खुद की लिस्टिंग (सूचीबद्ध) कराने की मंशा पर पानी फेर दिया है। नियामक ने कहा है कि मौजूदा नियम किसी स्टॉक एक्सचेंज की स्वयं को सूचीबद्ध कराने की इजाजत नहीं देते हैं। एनएसई काफी समय से अपनी लिस्टिंग के लिए प्रयासरत है। इसी तरह बीएसई भी खुद को सूचीबद्ध कराना चाहता है।