साइरस के बयान पर शेयर बाजार ने मांगा जवाब, मिस्त्री ने कही थी टाटा के बड़े नुकसान की बात
टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने के ठीक दो दिन बाद साइरस मिस्त्री के बयान पर शेयर बाजार ने इस समूह की कई सूचीबद्ध कंपनियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सेबी भी इस पूरे मामले में अपनी नजर बनाए हुए है।
नई दिल्ली: टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने के ठीक दो दिन बाद साइरस मिस्त्री के बयान पर शेयर बाजार ने इस समूह की कई सूचीबद्ध कंपनियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सेबी भी इस पूरे मामले में अपनी नजर बनाए हुए है। आपको बता दें कि मिस्त्री ने चेतावनी देते हुए कहा था कि चाय से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाली कंपनी को 1800 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि ग्रुप की पांच कंपनियां घाटे में चल रही हैं। गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री को बीते सोमवार चेयरमैन पद से हटाकर रतन टाटा ने बतौर अंतरिम चेयरमैन कमान संभाल ली थी।
टाटा-मिस्त्री विवाद पर सेबी और शेयर बाजार की नजर:
टाटा-मिस्त्री के हालिया प्रकरण पर बाजार नियामक सेबी की पैनी नजर है। सेबी ने अब इस पूरे प्रकरण की पड़ताल शुरु कर दी है। नियामक अब देख रहा है कि कहीं इस मामले में कंपनी संचालन और बाजार सूचीबद्धता के नियमों का कोई उल्लंघन तो नहीं हुआ है। वहीं बुधवार को शेयर बाजारों ने भी इस समूह की सूचीबद्ध कंपनियों से मिस्त्री के उस बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है जिसमें उन्होंने कहा था कि टाटा समूह की कंपनियों को 1800 करोड़ डॉलर का बट्टा लग सकता है।
क्या कहा सेबी ने:
सेबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम पूरे घटनाक्रम को देख रहे हैं और हम कंपनी संचालन और सूचीबद्धता संबंधी नियमों या किसी अन्य नियामकीय व्यवस्था के संभावित उल्लंघन का संकेत देखते ही उस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।’
क्या है शेयर बाजार का रुख:
वहीं शेयर बाजारों ने समूह की टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, इंडियन होटल्स, टाटा टेलीसर्विसेज और टाटा पावर से संबंधित मुद्दों पर पूरा ब्यौरा मांगा है।