सुस्ताकर फिर चढ़ा सेंसेक्स, संवेदी सूचकांक 128 अंक ऊपर
बाजार ने एक दिन की गिरावट के बाद फिर रफ्तार पकड़ ली। ब्याज दरों में कटौती और कंपनियों की बेहतर आय की उम्मीद में निवेशकों ने बैंकिंग और फार्मा फर्मो की अगुआई में चुनिंदा शेयरों में लिवाली की।
मुंबई। बाजार ने एक दिन की गिरावट के बाद फिर रफ्तार पकड़ ली। ब्याज दरों में कटौती और कंपनियों की बेहतर आय की उम्मीद में निवेशकों ने बैंकिंग और फार्मा फर्मो की अगुआई में चुनिंदा शेयरों में लिवाली की। इससे मंगलवार को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 127.92 अंक चढ़कर 26880.82 अंक पर बंद हुआ। यह इस संवेदी सूचकांक का एक माह का सबसे ऊंचा स्तर है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 35.90 अंक सुधरकर फिर आठ हजार अंक के स्तर को पार कर गया। यह 8027.60 अंक पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की लिवाली ने भी बाजार को मजबूती दी। रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों को घटाने का दबाव बढ़ा है। दिसंबर में होने वाली बैठक में इस पर फैसला हो सकता है। वित्त मंत्री अरुण जेटली भी निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों को घटाने का आह्वान कर चुके हैं।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 26788.73 अंक पर मजबूत खुला। नीचे में यह 26764.15 अंक तक गया। लिवाली के झोंके में एक समय यह 26907.14 अंक के ऊंचे स्तर तक पहुंच गया था। बीएसई के सूचकांकों में हेल्थकेयर, पावर और कंज्यूमर ड्यूरेबल खंड की कंपनियों के शेयरों में निवेशकों ने ज्यादा दिलचस्पी ली। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 17 के शेयर चढ़े, जबकि 13 में गिरावट दर्ज की गई।
कमोडिटी कारोबार में उतरेगा बीएसई
नई दिल्ली। विभिन्न जिंसों में वायदा कारोबार के लिए बीएसई एक अलग प्लेटफॉर्म शुरू करने की योजना बना रहा है। अभी इस क्षेत्र में एमसीएक्स और एनसीडीईएक्स का दबदबा है। इस बाबत प्रस्ताव को बीएसई के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। सूचीबद्ध कंपनियों की संख्या के मामले में बीएसई दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। हाल ही में देश के सबसे बड़े जिंस वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में 15 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए बीएसई ने आरंभिक बोली लगाई थी।