सेंसेक्स ने छुआ 30 हजारी आंकड़ा
रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दर घटाने के एलान ने बुधवार को निवेशकों पर कुछ समय के लिए जादू सा कर दिया। उनकी लिवाली के चलते बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स एक समय 30 हजार का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर गया। यह 30024.74 अंक का उच्चतम स्तर छूने
मुंबई। रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दर घटाने के एलान ने बुधवार को निवेशकों पर कुछ समय के लिए जादू सा कर दिया। उनकी लिवाली के चलते बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स एक समय 30 हजार का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर गया। यह 30024.74 अंक का उच्चतम स्तर छूने में कामयाब रहा। मगर कारोबार के आखिरी दौर में आई मुनाफावसूली ने दलाल स्ट्रीट में चार सत्रों से जारी बजट वाली तेजी पर विराम लगा दिया। बुधवार को सेंसेक्स 213 अंक लुढ़ककर 29380.73 पर बंद हुआ। बीते चार सत्रों के दौरान यह संवेदी सूचकांक 850 अंक उछला था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी भी 73.60 अंक फिसल 8922.65 पर बंद हुआ। हालांकि कारोबार के दौरान यह सूचकांक 9119.20 अंक के उच्चतम स्तर तक चला गया था।
विकासोन्मुख बजट प्रस्तावों ने बाजार की कारोबारी धारणा को पहले से मजबूत कर रखा था। बुधवार को रिजर्व बैंक ने रेपो दर में कटौती का चौंकाने वाला कदम उठाया। इसकी वजह से कुछ देर के लिए दलाल स्ट्रीट में ताबड़तोड़ लिवाली देखने को मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 29937.27 अंक पर मजबूत खुला। सत्र के दौरान इसका निचला स्तर 29289.05 अंक रहा।
रीयल एस्टेट और एफएमसीजी को छोड़कर इस दिन बीएसई के सभी सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। मेटल, बैंकिंग और रिफाइनरी कंपनियों कंपनियों के शेयरों पर मुनाफावसूली की ज्यादा मार पड़ी। स्मालकैप और मिडकैप सूचकांकों में एक फीसद से ज्यादा की गिरावट आई। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 24 के शेयर नुकसान में रहे, जबकि छह में फायदा दर्ज हुआ।
रुपया हुआ 33 पैसे कमजोर
मुंबई। दलाल स्ट्रीट की तरह अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में खासी उथल-पुथल दिखी। यहां बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में 33 पैसे की कमजोरी दर्ज हुई। इस दिन भारतीय मुद्रा 62.26 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई। रुपये की इस कमजोरी में रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन का भी खासा योगदान रहा, जिसमें उन्होंने कहा था कि रुपये में बहुत ज्यादा मजबूती अवांछनीय है।