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टैक्स व तेल की चिंता में डूबी दलाल स्ट्रीट

दलाल स्ट्रीट के लिए बुधवार का दिन बेहद बुरा साबित हुआ। मैट को लेकर चिंतित विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) ने इस दिन चौतरफा बिकवाली की। कच्चे तेल (क्रूड) के बढ़ते दामों की तपिश ने भी बाजार में मंदडि़यों को मारकाट मचाने का मौका दे दिया। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई)

By Manoj YadavEdited By: Published: Wed, 06 May 2015 08:17 PM (IST)Updated: Wed, 06 May 2015 08:20 PM (IST)
टैक्स व तेल की चिंता में डूबी दलाल स्ट्रीट

मुंबई। दलाल स्ट्रीट के लिए बुधवार का दिन बेहद बुरा साबित हुआ। मैट को लेकर चिंतित विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) ने इस दिन चौतरफा बिकवाली की। कच्चे तेल (क्रूड) के बढ़ते दामों की तपिश ने भी बाजार में मंदडि़यों को मारकाट मचाने का मौका दे दिया। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 722.77 अंक का गोता लगाकर 27 हजारी आंकड़े से नीचे आ गया। इस सेंसिटिव इंडेक्स में यह चार माह की सबसे बड़ी गिरावट है।

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इस दिन यह इंडेक्स साल के सबसे निचले स्तर 26717.37 पर बंद हुआ। छह जनवरी, 2015 को सेंसेक्स 855 अंक लुढ़का था। बीते दिन भी यह 50.45 अंक फिसला था। सेंसेक्स अब तक अपने शिखर से करीब 3300 अंक नीचे आ चुका है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई के निफ्टी का भी बुरा हाल रहा। बुधवार को पचास शेयरों वाला यह इंडेक्स 227.80 अंक लुढ़ककर 8097.00 पर बंद हुआ। शेयर बाजार की ताजा गिरावट से निवेशकों को 2.89 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी।

न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) और पिछली तारीख से टैक्स को लेकर पहले से ही विदेशी निवेशक चिंतित हैं। जीएसटी बिल भले लोकसभा से पारित हो गया, मगर राज्यसभा से निकल पाना मुश्किल है। इसी तरह रीयल एस्टेट बिल रास में विपक्ष के दबाव में प्रवर समिति के हवाले हो गया है। यह सब देखते हुए निवेशकों के बीच आर्थिक सुधारों की रफ्तार धीमी होने की आशंका बढ़ गई है। इसके अलावा कई कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे आने अभी बाकी हैं। पहले आए नतीजे भी बहुत उत्साहजनक नहीं रहे। लिहाजा इसको लेकर अभी चिंता बनी हुई है। एशियाई बाजारों में कमजोरी से दलाल स्ट्रीट की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। वैसे, कुछ कारोबारियों की मानें तो चहेते बॉलीवुड स्टार सलमान को हुई सजा ने भी बाजार की धारणा पर असर डाला।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 27473.36 अंक पर मजबूत खुला। ऊंचे में यह 27501.15 अंक तक गया। मगर बाद में चौतरफा बिकवाली का शिकार हो गया और एक समय यह सत्र के निचले स्तर 26677.64 अंक को छू गया। इस दिन बीएसई का कोई भी इंडेक्स बिकवाली की मार से नहीं बच पाया। कैपिटल गुड्स, रीयल एस्टेट, पावर, बैंकिंग और मेटल कंपनियों के शेयरों की ज्यादा पिटाई हुई। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 29 के शेयर नुकसान में रहे, अकेला भारती एयरटेल ही फायदे में रहा। बीएसई में 2170 कंपनियों के शेयर गिरावट का शिकार हुए, जबकि 563 बढ़त पर बंद हुए।

निवेशकों को लगी तगड़ी चपत

दलाल स्ट्रीट में बुधवार को भारी मंदडि़या बिकवाली की बाढ़ में निवेशकों 2.89 लाख करोड़ रुपये की शेयर संपत्ति भी बह गई। बीएसई की लिस्टेड कंपनियों में लगी निवेशकों की कुल पूंजी का मूल्य घटकर 99.11 लाख करोड़ रुपये रह गया है।


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