रिलायंस ने तोड़ा मुनाफा कमाने में रिकॉर्ड
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआइएल) ने शनिवार को रिकॉर्डतोड़ मुनाफे का एलान किया। देश की इस दिग्गज कंपनी का 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 13.7 फीसद उछलकर करीब एक अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। एक तिमाही में लाभ का किसी निजी कंपनी का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। रिफाइनि
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआइएल) ने शनिवार को रिकॉर्डतोड़ मुनाफे का एलान किया। देश की इस दिग्गज कंपनी का 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 13.7 फीसद उछलकर करीब एक अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। एक तिमाही में लाभ का किसी निजी कंपनी का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। रिफाइनिंग मार्जिन में बढ़ोतरी, पेट्रोकेमिकल आय में सुधार और अमेरिकी शेल गैस कारोबार का बढ़ना इसकी मुख्य वजहें रहीं।
आरआइएल का अप्रैल-जून तिमाही में मुनाफा बढ़कर 5,957 करोड़ रुपये हो गया। इससे पूर्व वर्ष की समान अवधि में यह 5,237 करोड़ रुपये था। कंपनी का कारोबार 7.2 फीसद बढ़कर 1,07,905 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के सीएमडी मुकेश अंबानी ने ताजा नतीजों पर कहा, 'पेट्रोकेमिकल कारोबार का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। कुछ नई परियोजनाएं लंबित हैं। ये कंपनी को प्रतिस्पर्धा में बढ़त दिलाएंगी।' पहली तिमाही में कंपनी का रिफाइनरी कारोबार 7.2 और पेट्रोकेमिकल कारोबार 9.3 फीसद बढ़ा। कंपनी के तेल एवं गैस उत्पादन कारोबार ने तो चौंका ही दिया। इसमें कंपनी ने 27.3 फीसद की कमाई दर्ज की। इसकी महत्वपूर्ण वजह कंपनी का अमेरिकी शेल गैस कारोबार रहा, जिसने 1,617 करोड़ रुपये की कमाई की। यह आरआइएल की 1,557 करोड़ रुपये की घरेलू तेल गैस आय से भी अधिक है।
कंपनी के अनुसार, कच्चे तेल (क्रूड) के दाम बढ़ने से लागत में 7.2 फीसद की बढ़ोतरी हुई। यह 77,069 करोड़ रुपये से बढ़कर 82,631 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कर्मचारियों पर खर्च भी 1,415 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,480 करोड़ रुपये हो गया। केजी बेसिन के डी6 फील्ड में तेल उत्पादन एक फीसद कम होकर 5.3 लाख बैरल और गैस उत्पादन 15 फीसद घटकर 42 अरब घनफुट पर आ गया। कंपनी ने इसकी वजह डी1-डी3 फील्ड में कुओं का बंद होना बताया।
आरआइएल के खुदरा कारोबार ने 81 करोड़ रुपये का कर पूर्व मुनाफा कमाया। जबकि इससे पूर्व वर्ष में उसे 14 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। अपनी सहयोगी कंपनियों के साथ रिलायंस रिटेल देश के 148 शहरों में 1,723 स्टोरों का संचालन करती है। आरआइएल ने कहा कि उसकी सहयोगी कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम तेज रफ्तार इंटरनेट कनेक्टिविटी तथा बेहतर डिजिटल सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयारी में जुटी हुई है। जियो को देश के सभी 22 सर्किलों में ये सेवाएं देने के लिए ब्रॉडबैंड वायरलेस एक्सेस (बीडब्ल्यूए) स्पेक्ट्रम मिला है। हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया कि वह कब से इन सेवाओं को शुरू करेगी।
कंपनी करेगी 35,000 करोड़ निवेश
जोरदार नतीजे घोषित करने वाली रिलायंस ने चालू वित्त वर्ष 2014-15 में 35,000 करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी कर ली है। कंपनी पहले ही अप्रैल-जून की तिमाही में 8,000 करोड़ निवेश कर चुकी है। कंपनी के सीएफओ आलोक अग्रवाल ने यह शनिवार को यह जानकारी दी।
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