रीयल एस्टेट क्षेत्र को चाहिए आठ करोड़ कुशल कामगार
देश के रीयल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 2022 तक करीब आठ करोड़ कुशल कामगारों की जरूरत पड़ेगी। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट कहती है कि भारत में बिल्डिंग, कंस्ट्रक्शन और रीयल एस्टेट सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। एनएसडीसी ने
नई दिल्ली। देश के रीयल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 2022 तक करीब आठ करोड़ कुशल कामगारों की जरूरत पड़ेगी। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट कहती है कि भारत में बिल्डिंग, कंस्ट्रक्शन और रीयल एस्टेट सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। एनएसडीसी ने जिन 24 सेक्टरों का अध्ययन किया है, उनमें इस सेक्टर में 2013-2022 के बीच मानव संसाधन की अधिकतम आवश्यकता होगी। इसमें लगभग 7.65 करोड़ मजबूत कार्यबल की जरूरत होगी।
सेक्टर में कुशल कामगारों की जरूरत किफायती आवास की मांग बढ़ने से होगी। इनके 2030 तक 2.9 करोड़ से बढ़कर 3.8 करोड़ हो जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही टियर-टू और टियर-थ्री शहरों में आइटी और फाइनेंशियल सर्विस की तेज ग्रोथ से भी रोजगार तैयार होंगे। 12वीं योजना अवधि में पावर, रोड, रेलवे, पोर्ट्स और सिविल एविएशन समेत प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में निवेश दस खरब डॉलर तक पहुंच जाने के आसार हैं।