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जीएसटी के लिए होगा आरबीआइ के ई-कुबेर का इस्तेमाल

बहुप्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर लागू होने पर रिजर्व बैंक के ई-कुबेर का इस्तेमाल किया जाएगा। आरबीआइ के कोर बैंकिंग सोल्युशन ई-कुबेर की मदद से खातों का निपटारा किया जाएगा। साथ ही के्रडिट और डेबिट कार्ड के जरिए ही जीएसटी का भुगतान किया जा सकेगा।

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2015 09:40 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2015 09:44 PM (IST)
जीएसटी के लिए होगा आरबीआइ के ई-कुबेर का इस्तेमाल

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बहुप्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर लागू होने पर रिजर्व बैंक के ई-कुबेर का इस्तेमाल किया जाएगा। आरबीआइ के कोर बैंकिंग सोल्युशन ई-कुबेर की मदद से खातों का निपटारा किया जाएगा। साथ ही क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए ही जीएसटी का भुगतान किया जा सकेगा।

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इस बात की सिफारिश राज्यों के वित्त मंत्रियों की अधिकारप्राप्त समिति ने की है। समिति ने जीएसटी के पंजीकरण और भुगतान के संबंध में सिफारिशें की हैं। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को इस समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक की।

रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआइ को अपने ई-कुबेर सिस्टम के जरिए समायोजनकर्ता की भूमिका निभानी चाहिए। ऐसा होने पर जीएसटी में बैंकों की भूमिका बढ़ेगी जिससे करदाताओं को फायदा होगा।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जीएसटी का भुगतान इंटरनेट बैंकिंग के साथ-साथ क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भी भुगतान किया जा सकेगा। जीएसटी के लिए पंजीकरण कराने पर 15 अंकों की विशेष पहचान संख्या मिलेगी। यह संख्या पैन नंबर आधारित होगी।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने एक अप्रैल 2016 से जीएसटी लागू करने का लक्ष्य रखा है। इसके लागू होने पर उत्पाद शुल्क, सेवा कर, बिक्री कर, चुंगी सहित केंद्र और राज्यों के कई तरह के कर समाप्त हो जाएंगे।

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