रुकेगी मनमानीः जल्द बदलेगा ब्याज की दरें तय करने का पुराना तरीका
ब्याज दरों को तय करने के लिए बैंकों की मनमाने रवैये पर अब रोक लगने की उम्मीद बढ़ गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों के लिए ब्याज दरें तय करने का केवल एक फॉर्मूला बनाने का फैसला किया है। मंगलवार को इस बारे में एक ड्राफ्ट दिशानिर्देश भी
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ब्याज दरों को तय करने के लिए बैंकों की मनमाने रवैये पर अब रोक लगने की उम्मीद बढ़ गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों के लिए ब्याज दरें तय करने का केवल एक फॉर्मूला बनाने का फैसला किया है। मंगलवार को इस बारे में एक ड्राफ्ट दिशानिर्देश भी जारी किया गया है। अभी हर बैंक अलग-अलग फॉर्मूला अपनाते हैं। इस वजह से ब्याज दरें भी अलग-अलग होती हैं। इससे रिजर्व बैंक के लिए ब्याज दरों के माहौल को स्थिर बनाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
हाल ही में यह देखा गया है कि आरबीआइ ने नीतिगत ब्याज दर (रेपो रेट) को घटा दिया, तब भी बैंकों ने ग्राहकों के लिए कर्ज की दरों में कटौती नहीं की। लेकिन नया फॉर्मूला लागू होने के बाद ऐसा नहीं हो सकेगा। जैसे ही केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को घटाने का फैसला करेगा, वैसे ही उसका असर कर्ज की दरों पर भी दिखाई देगा। जनवरी, 2015 के बाद से आरबीआइ अपनी दरों में 0.75 फीसद की कटौती कर चुका है, लेकिन बैंकों ने ग्राहकों को कर्ज की दरों में महज 0.25 फीसद तक की राहत दी है।