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आरबीआई ब्याज दरों में फिर दे सकता है राहत, अप्रैल तक 0.50 फीसदी की कटौती की गुंजाइश

बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) की एक रिपोर्ट की मानें तो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले कुछ महीने में ब्यांज दरों में आधा फीसदी की और कटौती कर सकता है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Mon, 24 Oct 2016 11:11 PM (IST)Updated: Mon, 24 Oct 2016 11:43 PM (IST)
आरबीआई ब्याज दरों में फिर दे सकता है राहत, अप्रैल तक 0.50 फीसदी की कटौती की गुंजाइश

नई दिल्ली: बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) की एक रिपोर्ट की मानें तो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले कुछ महीने में ब्याज दरों में आधा फीसदी की और कटौती कर सकता है। बोफा-एमएल की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी और अप्रैल में केंद्रीय बैंक नीतिगत दरों में 0.25फीसदी-0.25फीसदी की कटौती कर सकता है।

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रिपोर्ट में क्या कहा गया है:

बोफा-एमएल के इस रिसर्च नोट में बताया गया है कि आरबीआई आगामी 7 दिसंबर की मौद्रिक समीक्षा में दरों पर यथास्थिति कायम रखेगा। वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के पिछले सप्ताह आए मिनट्स से केंद्रीय बैंक के आगामी महीनों में नरम रुख अपनाने का संकेत मिलता है। इस नोट में बताया गया है कि आरबीआई अप्रैल महीने में नीतिगत दरों में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। उससे पहले वह 7 फरवरी की मौद्रिक बैठक में भी ब्याज दरों में चौथाई फीसद की कटौती कर सकता है।

कटौती की वजह:

साथ ही इस नोट में नीतिगत दरों में आधा फीसदी की कटौती के लिए पांच वजहें भी बताई गई हैं। इसके मुताबिक, मुद्रास्फीति नीचे आने की संभावना है। साल 2017 की शुरुआत में आधा प्रतिशत की कटौती से बैंकों को यह संकेत जाएगा कि उन्हें अपना कर्ज सस्ता करना है, इससे रुपए को समर्थन मिलेगा और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का प्रवाह बढ़ेगा। दिवाला संहिता तथा जीएसटी कानून से एमपीसी को यह भरोसा होगा कि सरकार सुधारों को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।


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