ब्रेक्सिट की वजह से 2008 का रिकार्ड टूटा, दुनिया को हुआ सबसे बड़ा नुकसान
स्टैडर्ड एंड पुअर्स के मुताबिक ब्रेक्जिट की वजह से एशियाई बाजारों समेत दूनियाभर के बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली।
न्यूयॉर्क। शुक्रवार को ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने के फैसले के बाद दुनियाभर को 2 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ। वित्तीय अनुसंधान करने वाली संस्था स्टैडर्ड एंड पुअर्स और डाउ जोंस ने ये चौंकाने वाले आंकड़े सामने रखते हुए बताया है कि साल 2008 के लेहमैन ब्रदर्स बैंक करप्सी के बाद आए वित्तीय संकट और 1987 को शेयर बाजार में भारी गिरावट जिसे ब्लैक मंडे के नाम से भी जाना जाता है, उसके बाद सबसे बड़ी गिरावट है।
स्टैडर्ड एंड पुअर्स के मुताबिक ब्रेक्जिट की वजह से एशियाई बाजारों समेत दूनियाभर के बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। निक्केई 7.9 फीसदी तक गिरा और एसएंडपी 500 में 3.6 फीसदी की गिरावट आई।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सितंबर 2008 के बाद जब कांग्रेस ने वॉल स्ट्रीट के लिए 700 बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज को अस्वीकार कर दिया था उस दिन दुनियाभर में 1.94 ट्रिलियन ड्रालर का नुकसान हुआ था लेकिन शुक्रवार को ये रिकार्ड भी टूट गया।
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