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चीनी निवेशकों को मोदी का न्यौता, 'व्यापार की हर बाधा करेंगे दूर'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चीन यात्रा के आखिरी दिन शनिवार को चीन के 20 शीर्ष कंपनियों के सीइओ से मुलाकात की और उन्हें मेक इन इंडिया का न्यौता दिया। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता विकास स्वरूप ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी सीइओ के साथ

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Sat, 16 May 2015 08:08 AM (IST)Updated: Sat, 16 May 2015 01:31 PM (IST)
चीनी निवेशकों को मोदी का न्यौता, 'व्यापार की हर बाधा करेंगे दूर'

शंघाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चीन यात्रा के आखिरी दिन शनिवार को चीन के 20 शीर्ष कंपनियों के सीइओ से मुलाकात की और उन्हें मेक इन इंडिया का न्यौता दिया। इस मुलाकात के बाद भारतीय और चीनी कंपनियों के बीच 22 अरब डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

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विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता विकास स्वरूप ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी सीइओ के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा किया और वार्ता का ब्यौरा दिया। इस दौरान दोनों देशों के सीईओ के बीच 20 से अधिक समझौतों पर दस्तखत भी हुए।

इस मीटिंग के बाद चीनी कंपनी अलीबाबा के सीईओ जैक मा ने कहा कि हम भारत को लेकर काफी उत्साहित हैं। हमें मेक-इन-इंडिया और डिजिटल इंडिया से काफी उम्मीद है। वहीं, चीन की ही कंपनी डालियन सिटी के सीईओ लांगे सून ने कहा कि हम भारत में पावर सेक्टर पर जोर देना चाहते हैं। मेरी कंपनी गुजरात में निवेश करने का प्लान बना रही है।

फिनांसियल सर्विसेज के सीईओ रमेश सी बावा ने पीएम और चीनी कंपनियों के सीईओ के साथ मुलाकात कार्यक्रम के बाद कहा- आईएलएफएस और आईसीबीएस के बीच दो अहम समझौतों पर हुए हैं हस्ताक्षर। आधारभूत संरचना परियोजनाओं है हमारा जोर।

भारत की ओर से इस मंच में शामिल कंपनी भारती इंटरप्राइजेज के सीईओ राजन मित्तल ने कहा कि मुझे लगता है कि पीएम मोदी एक स्पष्ट एजेंडे के साथ यहां आए हैं। दोनों देशों के व्यापार को एक ब्रिज की जरूरत थी। हमें उम्मीद है कि इस मंच के जरिए भारत को काफी फायदा मिलेगा। मंच को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चीनी सीईओ से मेक-इन-इंडिया के तहत भारत में निवेश करने की अपील की।

पीएम मोदी ने चीन के बिजनेस फोरम में कहा कि भारत और चीन को साथ मिलकर काम करना होगा। दोनों देशों की तरक्की के लिहाज से यही समय की जरूरत है। भारत और चीन के बीच सुलझे हुए रिश्ते विश्व की अर्थव्यवस्था और राजनीतिक स्थिरता के लिहाज से भी बेहद अहम हैं।

मोदी ने कहा कि एफडीआई बहुत जरूरी है, लेकिन इसके लिए ग्लोबल माहौल बनाना भी जरूरी है। हमें स्वस्थ प्रतिद्वंदिता का माहौल बनाना होगा।

उन्होंने कहा कि छोटे उद्योग के लिए हमने मुद्रा बैंक बनाया है और कई टैक्स खत्म किए हैं। सत्ता में आने के बाद बहुत कम समय में ही हमने अपनी संसद में जीएसटी बिल पेश कर दिया। हमने इसके लिए काफी फंड भी आवंटित किया है।

मोदी ने कहा कि चीनी कंपनियों के लिए यह ऐतिहासिक मौका है। हम व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। भारत अब व्यापार के लिए तैयार हो चुका है। आप भी बदलाव के इस बयार को महसूस करेंगे।मैं आपको केवल इतना सलाह देना चाहूंगा कि आईए और देखिए।

मोदी ने चीनी उद्योगपतियों को कहा, 'आप दुनिया की फैक्ट्री हैं जबकि हम दुनिया के बैक ऑफिस हैं।'

पीएम मोदी ने चीनी उद्योगपतियों को भारत में निवेश का न्योता देते हुए कहा कि अगर आप भारत आएंगे तो हम आपको सभी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 'आर्थिक क्रांति' का अगला क्षेत्र बताया और कहा कि उनकी सरकार विदेशी निवेशकों की आसानी के लिए 'अनावश्यक नियमों' को समाप्त कर रही है, भरोसेमंद कर व्यवस्था और उदार माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिया कि जमीन अधिग्रहण कानून को न तो वृद्धि की बाधा बनने दिया जाएगा और न ही इसे किसानों पर बोझ बनने दिया जाएगा।

मोदी ने कहा, 'हम अनवाश्यक कानून समाप्त कर रहे हैं और प्रक्रियाओं को सरल बना रहे हैं। हम बहु-मंजूरी तथा अंतहीन इंतजार को समाप्त करने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'भारत अब आर्थिक क्रांति का अगला क्षेत्र बन रहा है। हमारे पास इसके लिए आबादी है। भारत के 80 करोड़ लोग 35 साल से कम उम्र के हैं। उनकी आकांक्षाएं, ऊर्जा, उद्यमशीलता और हुनर भारत के आर्थिक रूपांतरण में एक बल का काम करेगा। हमारे अब राजनीतिक जनादेश है और हम इसे हकीकत का रूप देंगे।'

प्रधानमंत्री के भाषण के महत्वपूर्ण अंशः

  1. भारत और चीन के पास 5,000 साल का एक जैसा इतिहास और 3,000 किलोमीटर से ज़्यादा की साझा बाउंड्री
  2. चीन के प्राचीन ज्ञान से भारत को भी फायदा
  3. 21वीं सदी एशिया की है
  4. यहां आपके साथ आकर बहुत खुश हूं
  5. गीता और महाभारत चीन में मशहूर हैं
  6. बौद्ध धर्म सफलता का बीज है
  7. भारत और चीन के पास विकास की संभावनाएं
  8. भारत स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है
  9. स्मार्ट सिटी के लिए FDI की जरूरत
  10. देश के 50 शहरों में मेट्रो चलाने की योजना
  11. हमने जिस तरह आध्यात्मिक रूप से बढ़ने में एक-दूसरे की सहायता की, आर्थिक विकास में भी एक-दूसरे की मदद करनी होगी
  12. हमने 14 करोड़ बैंक खाते खोले हैं
  13. चीन की कंपनियों के लिए अच्छा माहौल
  14. हमें व्यापार के बारे में आपसे सीखना होगा
  15. FDI, व्यापार के बारे में आपसे सीखना होगा
  16. हमने बहुत सारे टैक्स ख़त्म किए हैं
  17. व्यापार के अच्छे माहौल से निवेश आएगा
  18. मज़दूरों के हित में काम आपसे सीखना है
  19. हमने बीमा क्षेत्र में 49% FDI शुरू की
  20. व्यापार के लिए प्रक्रिया को सरल किया
  21. लाइसेंस की प्रक्रिया को आसान बना रहे हैं
  22. इस साल एफडीआई में 39% बढ़ोतरी हुई
  23. हम बहुत कम समय में GST बिल लाए
  24. अपने हवाई अड्डों को भी हम अपग्रेड कर रहे हैं
  25. हम अपने बुनियादी ढांचे में काफी बदलाव कर रहे हैं
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