नोवार्तिस 16 अरब डॉलर में खरीदेगी जीएसके का कैंसर दवा कारोबार
ग्लोबल फार्मा दिग्गज नोवार्तिस 16 अरब डॉलर (96,000 करोड़ रुपये) में ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (जीएसके) का कैंसर दवा कारोबार खरीदेगी। इसके बदले में नोवार्तिस अपना वैक्सीन बिजनेस 7.1 अरब डॉलर में जीएसके को बेचेगी। इस सौदे के तहत दोनों कंपनियां कंज्यूमर हेल्थकेयर कारोबार के लिए एक संयुक्त उपक्रम स्थापित करेंगी जो तीन चरणों में
लंदन। ग्लोबल फार्मा दिग्गज नोवार्तिस 16 अरब डॉलर (96,000 करोड़ रुपये) में ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (जीएसके) का कैंसर दवा कारोबार खरीदेगी। इसके बदले में नोवार्तिस अपना वैक्सीन बिजनेस 7.1 अरब डॉलर में जीएसके को बेचेगी। इस सौदे के तहत दोनों कंपनियां कंज्यूमर हेल्थकेयर कारोबार के लिए एक संयुक्त उपक्रम स्थापित करेंगी जो तीन चरणों में पूरा होगा।
दोनों कंपनियों ने अलग-अलग बयानों में कहा कि नोवार्तिस अपना ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) कारोबार जीएसके के कंज्यूमर कारोबार से मिलाकर एक नई इकाई स्थापित करेगी। यह इकाई 10 अरब डॉलर के सालाना कारोबार वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंज्यूमर हेल्थकेयर इकाई होगी। इस इकाई में ब्रिटेन स्थित जीएसके की 63.5 फीसद हिस्सेदारी रहेगी। वहीं, स्विटजरलैंड स्थित नोवार्तिस 16 अरब डॉलर में जीएसके का कैंसर दवा कारोबार खरीदेगी।
जीएसके के मौजूदा और भविष्य की कैंसर संबंधी शोध एवं विकास योजनाओं पर नोवार्तिस का अधिकार होगा। दूसरी ओर, नोवार्तिस अपना वैक्सीन कारोबार 7.1 अरब डॉलर में बेचेगी। इस सौदे के लिए 5.25 अरब डॉलर का नकद भुगतान किया जाएगा, जबकि 1.8 अरब डॉलर विभिन्न चरणों में सौंपे जाएंगे। नोवार्तिस के सीईओ जोसेफ जिमेंज ने कहा कि यह सौदा कंपनी के लिए काफी अहम है। सौदे के बाद कंपनी अपने प्रमुख कारोबारों और वैश्रि्वक स्तर पर नए उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस सौदे से कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूत होगी और मार्जिन और विकास दर में वृद्धि होगी। वहीं, नोवार्तिस का ओटीसी कारोबार जीएसके के लिए लाभदायक साबित होगा।
नोवार्तिस ने अपने बयान में कहा कि उसने अपने फ्लू कारोबार को बेचने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। कंपनी अपना एनिमल हेल्थ कारोबार भी 5.4 अरब डॉलर में लिली समूह को बेचने पर सहमत हुई है।
भारतीय कारोबार नहीं होगा प्रभावित : ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर ने एक बयान में कहा कि उसकी प्रमोटर जीएसके और नोवार्तिस के बीच हुए सौदे से भारतीय कारोबार प्रभावित नहीं होगा। सौदे के तहत स्थापित किए जा रहे कंज्यूमर हेल्थकेयर क्षेत्र के संयुक्त उपक्रम में जीएसके का भारतीय कारोबार शामिल नहीं होगा। इस कारोबार में जीएसके की सीधी हिस्सेदारी बनी रहेगी।
क्रोसिन की कीमत आधी : जीएसके एशिया ने बुखार और दर्द निवारक दवा क्त्रोसिन की घरेलू कीमत में करीब 50 फीसद की कटौती कर दी है। यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। यह दाव भारत में काफी लोकप्रिय है।
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