400 कंपनियों में अब तक महिला निदेशक नहीं
करीब 400 सूचीबद्ध कंपनियों ने अब तक अपने निदेशक मंडल में एक भी महिला निदेशक की नियुक्ति नहीं की है। जबकि सूचीबद्ध कंपनियों को बाजार नियामक सेबी के निर्देशानुसार एक अप्रैल तक यह काम पूरा कर लेना है।
नई दिल्ली। करीब 400 सूचीबद्ध कंपनियों ने अब तक अपने निदेशक मंडल में एक भी महिला निदेशक की नियुक्ति नहीं की है। जबकि सूचीबद्ध कंपनियों को बाजार नियामक सेबी के निर्देशानुसार एक अप्रैल तक यह काम पूरा कर लेना है। सेबी पहले ही चेतावनी दे चुका है कि इस नियम का अनुपालन नहीं करने वाली कंपनियों को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
समयसीमा के निकट आने के साथ कंपनियों की ओर से अगले दो दिन में महिला निदेशक की नियुक्ति को लेकर तेजी आ सकती है। इनमें से कई कंपनियों के निदेशक मंडल की अगले दो दिन में बैठक होने वाली है। सेबी की शर्त को पूरा करने के लिए कई फर्मे एक ही महिला एक्जीक्यूटिव को कई बोर्डो में नियुक्त कर रही हैं। तमाम ने अपने बोर्डो में प्रमोटरों की पत्नी, बेटी, मां और बहन को नामित किया है।
बीते सप्ताह ही करीब 50 सूचीबद्ध कंपनियों ने अपने निदेशक मंडल में महिला निदेशक की नियुक्ति की है। इनमें हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो तथा टाटा इंटरनेशनल शामिल हैं। कई मध्यम और छोटे आकार की कंपनियां भी ऐसा करने में जुटी हैं।
आंकड़े बताते हैं कि करीब 395 सूचीबद्ध फर्मे हैं जिनमें 25 मार्च तक महिला निदेशक नहीं थीं। सेबी संकेत दे चुका है कि समयसीमा को और नहीं बढ़ाया जाएगा। सेबी के कॉरपोरेट गवर्नेस कोड के तहत ये दिशानिर्देश फरवरी, 2014 में जारी किए गए थे।
पहले इसकी समयसीमा एक अक्टूबर, 2014 थी। इसे बाद में छह माह केलिए बढ़ा दिया गया था। एबीसी इंडिया, एसआरएम एनर्जी, पारनैक्स लैब, अन्ना इंफ्रास्ट्रक्चर तथा माज्दा प्रॉपर्टीज ने अगले कुछ दिन में महिला निदेशक की नियुक्ति के लिए बोर्ड की बैठक बुलाई है। हाल ही में सेबी के चेयरमैन यूके सिन्हा ने कहा था कि अपने बोर्ड में एक महिला निदेशक को शामिल न कर पाना काफी शर्मनाक बात है।