फ्लिपकार्ट और मिंत्रा के डिलीवरी ब्यॉय पांच दिनों से हड़ताल पर
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने 'इंडिया आर्ट हाउस' नाम से एक खास ऑनलाइन स्टोर शुरू किया है। यह स्टोर क्षेत्रीय उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए विक्रेताओं को एक मंच उपलब्ध कराएगा। फ्लिपकार्ट के मुख्य कारोबार अधिकारी अंकित नागोरी ने एक बयान में कहा, '70 लाख से अधिक कारीगरों के साथ भारत
मुंबई। भारत की ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिगग्ज कंपनी फ्लिपकार्ट जहां अपने कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए मशहूर है। वहीं, दूसरी तरफ कंपनी के डिलीवरी ब्यॉयज बेसिक सुविधाओं की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से हड़ताल पर है।
फ्लिपकार्ट पर यह आरोप है कि वह अपने डिलीवरी ब्यॉयज को कथित रूप से बेसिक सुविधाएं भी मुहैया नहीं करा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले पांच दिनों से यहां कंपनी के 400 डिलीवरी ब्यॉय हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि उनकी कोई फिक्स्ड ड्यूटी टाइमिंग नहीं है, सप्ताह में सातो दिन काम करना पड़ता है और सबसे आश्चर्यजनक आरोप यह है कि उनके लिए ऑफिस में टॉयलेट की सुविधा भी नहीं है।
वहीं, फ्लिपकार्ट की लाजिस्टिक इकाई ई-कार्ट के प्रवक्ता ने आरोपों पर सफाई देते हुए एक स्थानीय अखबार से कहा कि भारत की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक कार्यबल वाली कंपनी होने के नाते दूसरी कंपनियों के मुकाबले हम अपने कर्मियों को सबसे अच्छी सैलरी और सुविधाएं देते हैं। उन्होंने कहा, ' हम कर्मियों को यूनिफार्म के अलावा टायलेट, स्पेशल एलाउंस इत्यादि कई सुविधाएं मुहैया कराते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें कामकाज का सबसे बेहतर माहौल मिले।'
उन्होंने कहा कि हड़ताल करने वाले कर्मचारियों को निहित स्वार्थों के तहत बरगलाया गया है। गौरतलब है कि हड़ताल करने वाले सभी कर्मचारी राज ठाकरे की एमएसएन (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) से जुडे हुए हैं।
उन्होंने कहा, 'इस हड़ताल से ना सिर्फ कस्टमर्स को परेशानी हो रही है, बल्कि यह कर्मचारियों के हितों के भी खिलाफ है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इससे उपभोक्ताओं को कोई परेशानी ना हो और सामान की समय पर डिलीवरी हो सके।'
वहीं, डिलीवरी ब्यॉय के इस हड़ताल से कई उपभोक्ताओं को टाइम पर उनके आर्डर की डिलीवरी नहीं हो पा रही है। 400 डिलीवरी ब्यॉय में से 350 को पास कंपनी से मिली मोटरसाइकिल है। लेकिन एक्सीडेंट की स्थिति में उनको कोई चिकित्सीय सहायता भी प्रदान नहीं की जाती।
उनका कहना है कि काम पर उनकी रिपोर्टिंग टाइम सुबह सात बजे हैं, लेकिन काम खत्म होने की कोई समयसीमा नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस हड़ताल से कंपनी के कम से कम 10,000 पैकेट डिलीवरी पर असर पड़ा है।
हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि उनके ड्यूटी टाइम को फिक्स किया जाए, हर डिलीवरी ऑफिस में टायलेट की सुविधा प्रदान की जाए। ओवरटाइम करने पर उनको एलाउंस दिया जाए। वर्तमान में दिए जा रहे एलाउंस को बढ़ाया जाए। बाइक को मेंटेन करने का एलाउंस भी दिया जाए। इसके अलावा भोजन और कपड़ों की सफाई का एलाउंस भी दिया जाए। सार्वजनिक छुट्टी के दिन उन्हें भी छुट्टी दी जाए! (जबकि ज्यादातर कस्टमर्स छुट्टी वाले दिन ही डिलीवरी पसंद करते हैं) इत्यादि
इस बारे एमएनएस के पार्षद सचिन धुरी का कहना है कि कंपनियों को लेबर लॉ के हिसाब से काम करना चाहिए और हर कर्मचारी इम्प्लाई स्टेट इंश्योरेंस दिया जाना चाहिए। मिंत्रा की डिस्टिब्यूशन इकाई ने इस बारे में बयान जारी कर कहा है कि यह हड़ताल निहित स्वार्थों के तहत निराधार अटकलें फैलाकर कर्मचारियों को बरगला कर करवाया जा रहा है।
फ्लिपकार्ट ने शुरू किया 'इंडिया आर्ट हाउस'
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने 'इंडिया आर्ट हाउस' नाम से एक खास ऑनलाइन स्टोर शुरू किया है। यह स्टोर क्षेत्रीय उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए विक्रेताओं को एक मंच उपलब्ध कराएगा।
फ्लिपकार्ट के मुख्य कारोबार अधिकारी अंकित नागोरी ने एक बयान में कहा, '70 लाख से अधिक कारीगरों के साथ भारत को वैश्विक स्तर पर इसकी अनूठी कलाकृतियों व पारंपरिक उत्पादों के लिए जाना जाता है। 'इंडिया आर्ट हाउस का लक्ष्य कारीगरों से उत्पादों को एक ही छत के नीचे लाना है और साथ ही कारीगरों को अलग-अलग जगह के ग्राहकों तक पहुंच की सुविधा उपलब्ध कराना है।'