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कर्ज से जल्द मुक्ति के उपाय

कर्ज अनेक लोगों के पर्सनल फाइनेंस का हिस्सा होता है। यह एक आवश्यक बुराई नहीं है, मगर इसे नियंत्रण में रखने के लिए इसका बेहतर प्रबंधन करना जरूरी है। प्रभावी ऋण प्रबंधन के कुछ कदमों में कर्ज को सुव्यवस्थित करना, उसका मूल्यांकन करना, विवेकपूर्ण वित्तीय आदतें अपनाना, कर्ज भुगतान के

By Edited By: Published: Mon, 02 Feb 2015 05:19 AM (IST)Updated: Mon, 02 Feb 2015 06:25 AM (IST)
कर्ज से जल्द मुक्ति के उपाय

कर्ज अनेक लोगों के पर्सनल फाइनेंस का हिस्सा होता है। यह एक आवश्यक बुराई नहीं है, मगर इसे नियंत्रण में रखने के लिए इसका बेहतर प्रबंधन करना जरूरी है। प्रभावी ऋण प्रबंधन के कुछ कदमों में कर्ज को सुव्यवस्थित करना, उसका मूल्यांकन करना, विवेकपूर्ण वित्तीय आदतें अपनाना, कर्ज भुगतान के लिए उचित कदम उठाना तथा वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना शामिल है। हममें से कई लोगों पर किसी न किसी तरह का कर्ज होता है। वित्तीय सेहत के लिए कर्ज हमेशा खराब नहीं होते, मगर उनका सही प्रबंधन जरूरी होता है, ताकि वे आपकी वित्तीय योजनाओं में बेहतर भूमिका निभा सकें। कर्ज या लोन कई प्रकार के होते हैं- होम लोन, के्रडिट कार्ड लोन, एजूकेशन लोन, पर्सनल लोन तथा अन्य प्रकार के कर्ज। आइए जरा देखें कि कर्ज को प्रबंधित करने के कौन-कौन से पुख्ता उपाय हैं:

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1. कर्ज को सुव्यवस्थित करें

आपको अपने कर्जों के बारे में सब कुछ पता पता होना चाहिए। यदि आप अपने सभी कर्जों को याद नहीं रख सकते तो आपको किसी एक जगह पर उनके बारे में सभी सूचनाओं को एकत्र करके रखना चाहिए। इनमें कर्जों की संख्या, उनकी कुल राशि, अदा की जाने वाली बकाया राशि, ब्याज दर, कर्ज अदा न कर पाने की स्थिति में लागू होने वाली शर्तों का पूरा ब्योरा होना चाहिए। एक साधारण एक्सेल शीट पर यह ब्योरा सुरक्षित रखा जा सकता है, ताकि जरूरत पड़ने पर उसे तुरंत देखा जा सके। यह संभव न हो तो सूचनाएं संग्रहीत करने के लिए किसी पर्सनल फाइनेंशियल टूल का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा कर्जों से संबंधित सभी आवश्यक कागजात (हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी) भी आपके पास होने चाहिए।

2. कर्ज का मूल्यांकन करें
सभी कर्जों का विस्तृत अध्ययन करें। आप यह कहकर अपने कर्जों को नजरंदाज नहीं कर सकते कि आपमें इन्हें समझने की कूव्वत नहीं है। अपने कर्जों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करने से आपको पता रहेगा कि किसको तुरंत अदा करना है और किसका भुगतान निश्चित अवधि में करना है। इससे यह समझने में मदद मिलती है कि आपकी कर्ज से जल्द मुक्त होने या उसमें फंसने की संभावनाएं कैसी हैं।

3. विवेकपूर्ण वित्तीय आदतें विकसित करें
क्या मूल्यांकन से यह संकेत मिलता है कि किसी व्यक्ति पर कर्ज का बहुत ज्यादा बोझ है। हताश न हों, बल्कि ऐसी वित्तीय आदतें विकसित करें जिनसे कर्ज पर आपका नियंत्रण बना रहे। इसके लिए आपको ये कदम उठाने चाहिए :
-केवल तभी कर्ज लें जब इसके अलावा कोई अन्य रास्ता न हो।
-आपको अपनी हैसियत के मुताबिक ही खर्च करना चाहिए।
-अगर आपको अचानक कहीं से ढेर सारा पैसा प्राप्त होता है तो सुनिश्चित करें कि इसका कुछ हिस्सा कर्ज अदायगी में इस्तेमाल हो।
-एक स्वस्थ एवं सकारात्मक जीवनशैली का पालन करें। इससे आप शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रहेंगे। इससे आपके चिकित्सा खर्चों में कमी आएगी। साथ ही, जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण से अच्छी वित्तीय आदतें विकसित करने में मदद मिलेगी।

4. नियमित भुगतान से कर्ज व ब्याज का बोझ घटाएं
कर्ज का बोझ कम करने के लिए या तो आपको उनका भुगतान करने के प्रयास तेज करने होंगे या फिर भुगतान में चतुराई बरतनी होगी। अगर आपका वेतन बढ़ता है तो आपको मासिक किस्तों (ईएमआइ) की राशि बढ़ा देनी चाहिए। यदि कोई दूसरा बैंक बेहतर शर्तों पर कर्ज दे रहा है तो आपको अपना बकाया लोन उस बैंक में ट्रांसफर करा लेना चाहिए। यह ध्यान जरूर रखें कि ट्रांसफर की शर्तें आपके अनुकूल होनी चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं कि महंगे यानी ज्यादा ब्याज दर वाले कर्जों को सबसे पहले अदा करने का प्रयास करना चाहिए। इस लिहाज से पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन की अदायगी होम लोन से पहले करनी चाहिए। यदि आप अपना कर्ज समय से पहले अदा करने की स्थिति में हैं तो समय पूर्व भुगतान पर लगने वाली दंडराशि (प्रीपेमेंट पेनाल्टी) तथा अन्य शर्तों की जांच करने व उन्हें अपने माफिक पाने के बाद ही ऐसा करें। देखें कि प्रीपेमेंट की स्थिति में ब्याज में कितनी बचत हो रही है। यदि यह पर्याप्त है तो समय से पहले कर्ज भुगतान अवश्य करें अन्यथा इससे बचें। यदि आपको कर्ज लेना पड़े तो पहले अपने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के विरुद्ध लोन लेने का प्रयास करें, क्योंकि इस पर ब्याज दर कुछ कम होती है।

5. उचित ऋण प्रबंधन के लिए वित्तीय सलाहकार की मदद लें
वित्तीय सलाहकार कर्ज के बारे में निर्णय लेने में मदद करेगा। वह कर्जों को संयोजित करने और कागजी खानापूरी करने में सहायता करेगा। वह बताएगा कि आपकी माली हैसियत को प्रभावित किए बगैर कौन सा कर्ज पहले अदा करना चाहिए। किस लोन पर नियमित रूप से कितनी राशि अदा करनी चाहिए।

विद्या कुमार
वित्तीय विश्लेषक
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.गेटिंगयूरिच.कॉम

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