बाजार की रफ्तार तेज रहने की उम्मीद
इस सप्ताह बाजार की रफ्तार तेज रहने की उम्मीद की जा रही है। कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इस सप्ताह आने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक व कर्ज नीति में ब्याज दर पर स्थिति यथावत बने रहने की संभावना है। हालांकि आर्थिक हालात दरों में
इस सप्ताह बाजार की रफ्तार तेज रहने की उम्मीद की जा रही है। कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इस सप्ताह आने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक व कर्ज नीति में ब्याज दर पर स्थिति यथावत बने रहने की संभावना है। हालांकि आर्थिक हालात दरों में कमी के पक्ष में हैं। मानसून की रफ्तार संतोषजनक मानी जा रही है। साथ ही खरीफ की बुवाई में भी 26 फीसद की वृद्धि के साथ जिंसों की कीमतों में कमी से थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई की दर नियंत्रण में रहने की संभावना है। इसका असर खुदरा महंगाई पर भी दिखेगा और इसमें कमी आएगी।
इस सप्ताह ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों पर निवेशकों की नजर रहेगी। कंपनियों के जुलाई के बिक्री आंकड़ों के आधार पर इन शेयरों में उठापटक रहेगी। कोल इंडिया भी मासिक बिक्री के अपने आंकड़े जारी करेगी। अतुल ऑटो, भारत फोर्ज, हीरो मोटो, एचसीएल टेक, यूनाइटेड बैंक, भारती एयरटेल, ब्रिटानिया, गोदरेज प्रॉपर्टीज, टाटा केमिकल समेत कई प्रमुख कंपनियों के नतीजे आने हैं।
जहां तक अर्थव्यवस्था का सवाल है सोमवार को मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ के आंकड़े आएंगे। एचएसबीसी की ओर से सर्विस पीएमआइ (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) के आंकड़े बुधवार को जारी किए जाएंगे। जानकारों को दोनों ही आंकड़ों के बेहतर रहने की उम्मीद है। इसी तरह शुक्रवार को बैंकों से कर्ज और विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जारी होंगे।
वैश्विक मोर्चे पर सोमवार को यूके से मैन्यूफैक्र्चंरग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स के आंकड़े आएंगे। बुधवार को यूके के ही सेवा क्षेत्र, व्यापार संतुलन और गैर कृषि रोजगार संबंधी आंकड़े जारी होंगे। गुरुवार को बैंक ऑफ इंग्लैंड मौद्रिक नीति घोषित करेगा। शुक्रवार को अमेरिका से रोजगार और बेरोजगारी से जुड़े आंकड़े जारी होंगे। इन आंकड़ों पर नजर रखना जरूरी होता है, क्योेंकि अप्रत्यक्ष तौर पर ये घरेलू बाजार को प्रभावित करते हैं।
संदीप पारवाल
एमडी
एसपीए
कैपिटल्स