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विजय माल्या और डियाजियो में बढ़ी रार

डियाजियो खदेड़ने के लिए आमादा, तो विजय माल्या जमे रहने पर। नतीजा क्या होगा, फिलहाल कहना मुश्किल। यूनाइडेट स्पिरिट्स (यूएसएल) के चेयरमैन के पद पर डटे बैठे उद्योगपति माल्या ने सुर को और तीखा करते हुए ब्रितानी कंपनी से कह दिया है कि करार के मुताबिक मेजॉरिटी हिस्सेदारी रखने वाली

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2015 12:27 AM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2015 01:26 AM (IST)
विजय माल्या और डियाजियो में बढ़ी रार

नई दिल्ली। डियाजियो खदेड़ने के लिए आमादा, तो विजय माल्या जमे रहने पर। नतीजा क्या होगा, फिलहाल कहना मुश्किल। यूनाइडेट स्पिरिट्स (यूएसएल) के चेयरमैन के पद पर डटे बैठे उद्योगपति माल्या ने सुर को और तीखा करते हुए ब्रितानी कंपनी से कह दिया है कि करार के मुताबिक मेजॉरिटी हिस्सेदारी रखने वाली डियाजियो की जिम्मेदारी है कि वह उनके पद का समर्थन करें। माल्या से मुंह फेर कर बैठी डियाजियो का इस पर कहना है कि करार तब तक वैध था जब तक कोई 'डिफॉल्ट' न हुआ हो।

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डियाजियो ने करीब तीन अरब डॉलर में यूएसएल में 55 फीसद हिस्सेदारी खरीदा था। ब्रितानी कंपनी ने कहा है कि वह माल्या और उनके यूबी समूह के प्रति अपने दायित्व संबंधी करार को खंगाल रही है। लेकिन, यह साफ नहीं किया कि माल्या को बेदखल करने के लिए वह वोट करेगी या नहीं। कंपनी ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि क्या माल्या या यूबी ग्रुप की ओर से डिफॉल्ट किया गया है जो उसके दायित्व संबंधी करार को रद कर सकता है। यूएसएल के शेयरधारकों की सोमवार को अचानक बुलाई गई बैठक से अनुमान लगाया गया कि माल्या ने इस्तीफा देने की बोर्ड की मांग को खारिज कर दिया है। जबकि 2010 और 2013 के बीच अनियमितता के आरोपों पर कई नियामक एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है।

देश की सबसे बड़ी शराब निर्माता के बोर्डरूम में घमासान का असर यूएसएल के साथ माल्या के नेतृत्व वाली यूबी ग्रुप की कंपनियों के शेयर मूल्यों पर भी पड़ा। ब्रिटेन में लंदन स्टॉक एक्सचेंज और अमेरिका में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर डियाजियो के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई।

बढ़ रहीं माल्या की मुश्किलें

माल्या अपने विभिन्न वेंचरों के लिए कई लड़ाइयां लड़ रहे हैं। किंगफिशर एयरलाइंस के संबंध में उन पर जानबूझकर कर्ज न चुकाने यानी 'विलफुल डिफॉल्ट' का आरोप भी है। माल्या ने यूएसएल के बोर्ड से इस्तीफा देने से मना कर दिया है और कहा है कि वह डियाजियो के साथ द्विपक्षीय स्तर पर चर्चा करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह शेयरधारकों की विशेष बैठक बुलाएंगे तो उन्होंने कहा, 'अटकलबाजी नहीं करनी चाहिए। मैं किसी को क्यों बताऊं कि क्या करने वाला हूं। मैं डियाजियो से चर्चा करूंगा।' इससे पहले डियाजियो ने कहा कि माल्या को समर्थन करने के लिए दायित्व संबंधी करार डिफॉल्ट की स्थिति में लागू नहीं होता है।

क्या है मामला

डियाजियो ने एएसएल से यूबी ग्रुप की फर्मो को मिले 1,337 करोड़ रुपये के कर्ज के संबंध में जांच बैठाई थी। इसमें काफी अनियमितताएं पाई गई हैं। आंतरिक जांच के अलावा पीडब्ल्यूसी की फॉरेंसिक इंक्वायरी में भी किंगफिशर और यूबी ग्रुप की अन्य फर्मो के लिए फंडों को घुमाने की बात सामने आई है। इसी के बाद यूएसएल के बोर्ड ने विजय माल्या को निदेशकमंडल से इस्तीफा देने के लिए कहा था। कंपनी का कहना है कि वह माल्या के ऊपर से विश्वास खो चुकी है। जब से यह जांच शुरू हुई है तब से कई निदेशक यूएसएल के बोर्ड से निकल चुके हैं।

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