मैगी की चपेट में नूडल्स कारोबार, 90 फीसद से अधिक की गिरावट
उद्योग जगत के मुताबिक बीते एक महीने में नूडल्स कारोबार को 90 फीसद से अधिक का नुकसान हुआ है।
रायपुर। देश भर में मैगी पर लगे प्रतिबंध ने नेस्ले कंपनी के कारोबार को तो बड़ी चोट पहुंचाई ही है, बल्कि नूडल्स कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उद्योग जगत के मुताबिक बीते एक महीने में नूडल्स कारोबार को 90 फीसद से अधिक का नुकसान हुआ है। बीते डेढ़ महीने में नूडल्स का कारोबार राजधानी में 10 करोड़ से गिरकर एक करोड़ से भी कम हो गया है। हालांकि अभी तक दूसरे नूडल्स पर किसी भी प्रकार का आरोप नहीं लगा है। लेकिन उपभोक्ताओं द्वारा इन्हें भी शक में देखा जा रहा है।
कारोबारियों का कहना है कि फूड प्रॉडक्ट्स के सबसे अहम ब्रैंड पर सवाल उठने के बाद से कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही नहीं कंपनियों के सेफ्टी इंस्पेक्टरों की प्रताड़ना का भी सामना करना पड़ रहा है। मैगी पर लगे प्रतिबंध के पहले जाने से पहले छत्तीसगढ़ में नूडल्स का कारोबार करीब 30 करोड़ था। लेकिन अब उपभोक्ताओं में भय का माहौल देखा जा रहा है।
पिछले महीने एफएसएसएआई ने नेस्ले कंपनी की मैगी को लेड और मोनोसोडियम ग्लूटामेट की मात्रा अधिक मिलने पर बैन कर दिया था। इसके अलावा नॉर समेत कई और कंपनियों के नूडल्स की भी जांच की गई थी, जिन्हें अभी मंजूरी नहीं मिल सकी है। मैगी प्रकरण के बाद से निचले स्तर पर भय का माहौल है। कारोबारी गिरीश रेलवानी का कहना है कि डेढ़ महीने पहले मैगी सहित अन्य नूडल्स का कारोबार अपने चरम पर था। घर के राशन में कुछ हो या न हो लेकिन हर महीने मैगी या अन्य नूडल्स के पैकेट होने तय थे।
चाउमीन, बिस्किट, मिक्चर, चिप्स की बिक्री बढ़ी
इन दिनों नूडल्स के स्थान पर घर के राशन में बिस्किट, मिक्चर व चिप्स की बिक्री काफी बढ़ गई है। इसके साथ ही विभिन्न होटलों में चाउमीन की बिक्री में इजाफा हुआ है।