लॉर्ड पॉल बंगाल में लगाएंगे छोटी कार का कारखाना
कभी तृणमूल सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के विरोध के चलते साल 2008 में टाटा मोटर्स को बहुचर्चित लखटकिया कार नैनो के लिए सिंगुर से हाथ खींचना पड़ा था। अब माहौल बदल चुका है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कभी तृणमूल सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के विरोध के चलते साल 2008 में टाटा मोटर्स को बहुचर्चित लखटकिया कार नैनो के लिए सिंगुर से हाथ खींचना पड़ा था। अब माहौल बदल चुका है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी को लंदन में प्रमुख अनिवासी भारतीय उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने आश्वस्त किया है कि वे अपनी नई छोटी कार बंगाल में बनाएंगे। कपारो समूह के चेयरमैन पॉल ने बुधवार को लंदन स्थित अपने आवास पर अनौपचारिक बैठक के दौरान ममता से कहा कि कपारो टी1 के नए मॉडल के लिए राज्य में एक प्लांट की स्थापना उनके राज्य में की जा सकती है।
बंगाल में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने चार दिवसीय लंदन दौरे पर गईं ममता की अपील के बाद पॉल ने कहा, 'मैं बंगाल में और कुछ करना चाहूंगा। हम एक कार डिजाइन करने की प्रक्रिया में हैं जो कपारो टी1 से छोटी और सस्ती होगी।
हम कुछ सबसे अच्छे इंजन निर्माताओं से बातचीत कर रहे हैं। यह सिर्फ मेरी ही नहीं, मेरे बेटे अंगद (कपारो समूह के सीईओ) की भी प्रतिबद्धता है, क्योंकि वह तेज चलने वाली कारें पसंद करता है।' कपारो टी1 सड़क पर भागने वाली सबसे तेज कार कही जाती है। इस कंपोजिट कार को ब्रिटिश ऑटो दिग्गज मैकलॉरेन की टीम ने तैयार किया है। लॉर्ड पॉल ने कहा, 'मैं बंगाल से हूं और बंगाल से प्रेम करता हूं। आपने जो किया है उसकी सराहना करता हूं। मेरे चार बच्चे कोलकाता में पैदा हुए और यह शहर मेरे लिए खास जगह है।'