जिंदल ने रद किया दस अरब डॉलर का प्रोजेक्ट
उद्योगपति नवीन जिंदल की अगुआई वाली जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने 10 अरब डॉलर की महात्वाकांक्षी परियोजना रद करने का एलान किया है। घरेलू मुद्रा में यह रकम करीब 61,700 करोड़ रुपये बैठती है। इसके तहत ओडिशा के अंगुल में कोयले से तेल (सीटीएल) बनाने की योजना थी।
नई दिल्ली। उद्योगपति नवीन जिंदल की अगुआई वाली जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने 10 अरब डॉलर की महात्वाकांक्षी परियोजना रद करने का एलान किया है। घरेलू मुद्रा में यह रकम करीब 61,700 करोड़ रुपये बैठती है। इसके तहत ओडिशा के अंगुल में कोयले से तेल (सीटीएल) बनाने की योजना थी। कंपनी ने यह फैसला सुप्रीम कोर्ट की ओर से हाल ही में उसकी रामचंदी खदान रद किए जाने के बाद लिया है। इस बारे में कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा कि जब कोयला ब्लॉक ही चला गया, तो फिर परियोजना भी गई।
जेएसपीएल को रामचंदी कोल ब्लॉक फरवरी, 2009 में आवंटित किया गया था। इसमें करीब 150 करोड़ टन कोयले का अनुमानित भंडार है। दस डॉलर की इस परियोजना के तहत कंपनी को जर्मन फर्म लुरगी की तकनीकी का उपयोग करके कोयले से रोजाना 80,000 बैरल कच्चा तेल (क्रूड) निकालना था। देश में अपनी तरह का दूसरा प्रोजेक्ट होता, विदेशी क्रूड पर देश की निर्भरता घटाने में मदद करता। इस परियोजना के तहत 1,350 मेगावॉट का एक पावर प्लांट भी लगाया जाना था। सुप्रीम कोर्ट की ओर से रद किए गए 214 कोल ब्लॉकों में से पहले चरण की नीलामी की शुरुआत अगले साल 11 फरवरी से होगी। इसमें 74 ब्लॉक नीलामी में रखे जाएंगे। शीर्ष अदालत के फैसले से जेएसपीएल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इसके छह कोयला ब्लॉकों का आवंटन निरस्त हुआ है।
भारत में सबसे ज्यादा कोल रॉयल्टी
जिंदल ने भारत को कोयले पर सबसे ज्यादा रॉयल्टी वसूलने वाला देश बताया है। उन्होंने कहा कि इतनी ऊंची रॉयल्टी के अलावा भारत सरकार कंपनियों से यह वादा भी लेती है कि वे कोयले का अंतिम उपयोग करने वाली परियोजनाएं लगाएंगी।