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इन्फोसिस में 6 गुना, विप्रो में दोगुना बढ़े करोड़पति

वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान इन्फोसिस में करोड़पति कर्मचारियों की तादाद 6 गुना और विप्रो में दोगुना बढी़ है। अधिकारियों के वेतन-भत्तों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय आइटी कंपनियां अपने यहां प्रतिभाओं को रोके रखने के लिए खर्च में किसी तरह की कमी नहीं कर

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2015 07:29 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2015 08:00 PM (IST)
इन्फोसिस में 6 गुना, विप्रो में दोगुना बढ़े करोड़पति

बेंगलुरू। वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान इन्फोसिस में करोड़पति कर्मचारियों की तादाद 6 गुना और विप्रो में दोगुना बढी़ है। अधिकारियों के वेतन-भत्तों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय आइटी कंपनियां अपने यहां प्रतिभाओं को रोके रखने के लिए खर्च में किसी तरह की कमी नहीं कर रही हैं।

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देश की सभी बड़ी कंपनियों में इन्फोसिस ने सबसे ज्यादा करोड़पति पैदा किए हैं। वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान इन्फोसिस में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 113 हो गई, जबकि इससे एक साल पहले कंपनी में महज 18 करोड़पति कर्मचारी थे।

नवीनतम सालाना रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान विप्रो में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 70 हो गई। वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान इस कंपनी में 38 कर्मचारी सालाना 1 करोड़ रुपये या इससे अधिक कमा रहे थे। अधिकारियों को शानदार बोनस पिछले वित्त वर्ष विप्रो में 60 लाख रुपये से अधिक सालाना वेतनपाने वाले कर्मचारियों की संख्या 121 से बढ़कर 169 हो गई। इनमें से अधिकतर अधिकारियों को बढ़िया बोनस और शानदार वेरिएबल वेतन से नवाजा गया। इस लिस्ट में कई शीर्ष अधिकारियों, जैसे आबिद अली नीमचवाला, आनंद पद्मानभान, शाजी फारूक और संगीत सिंह शामिल हैं, जो देश से बाहर बिजनेस ऑपरेशन में लगे हैं।


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