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2016 तक चीन से विकास दर में आगे निकल जाएगा भारत

भारत 2016 तक विकास दर के मामले में चीन को पछाड़ देगा। इस वर्ष भारत का विकास दर 6.3 फीसद रहने की संभावना है और 2016 में यह‍ 6.5 फीसद हो जाएगा। वहीं चीन का उस समय विकास दर 6.3 फीसद रहने का अनुमान है। यह बात अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ)

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Tue, 20 Jan 2015 02:35 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jan 2015 03:01 PM (IST)
2016 तक चीन से विकास दर में आगे निकल जाएगा भारत

वाशिंगटन। भारत 2016 तक विकास दर के मामले में चीन को पछाड़ देगा। इस वर्ष भारत का विकास दर 6.3 फीसद रहने की संभावना है और 2016 में यह 6.5 फीसद हो जाएगा। वहीं चीन का उस समय विकास दर 6.3 फीसद रहने का अनुमान है। यह बात अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) ने कही। आइएमएफ ने हालांकि नई सरकार के सुधारों को उम्मीद जगाने वाला बताया लेकिन कहा कि इनका कार्यान्वयन अहम होगा।

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आइएमएफ द्वारा जारी मंगलवार को जारी वैश्विक आर्थिक रिपोर्ट में कहा गया कि भारत की वृद्धि दर 2014 में 5.8 फीसद, जबकि चीन की वृद्धि दर 7.4 फीसद रही। इससे पहले 2013 में भारत की वृद्धि दर पांच प्रतिशत जबकि चीन की 7.8 प्रतिशत थी।

रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2015 में भारत की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत और 2016 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया जा रहा है और यही वह साल होगा जब भारत की वृद्धि दर चीन की अनुमानित वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत से ऊपर निकल जाएगी।

आइएमएफ के अनुसंधान विभाग में उप-निदेशक जियान मारिया मिलेसी-फरेती ने कहा कि मुझे लगता है कि नए प्रधानमंत्री की सुधार योजनाएं आशाजनक है लेकिन हमें इनपर अमल होने की गति पर नजर रखनी होगी।

एक सवाल के जवाब में आइएमएफ के अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के आर्थिक सुधारों के असर के बारे में अनुमान जाहिर करना मुश्किल है क्योंकि, ये ढांचागत सुधार हैं और यह मध्यम अवधि के लिहाज इन पर धीरे-धीरे हो रहा है। मिलेसी-फेरेती ने कहा कि सुधारों पर अमल महत्वपूर्ण होगा। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत में वृद्धि का अनुमान आम तौर पर अपरिवर्तित रखा गया है।

हालांकि, कमतर बाह्य मांग की भरपाई कच्चे तेल की कीमत में गिरावट से व्यापार को मिलने वाला बढ़ावा और नीतिगत सुधार के बाद औद्योगिक एवं निवेश गतिविधियों में आई तेजी से काफी कुछ हुई है। रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक वृद्धि को कच्चे तेल में नरमी से प्रोत्साहन मिलेगा।

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