Move to Jagran APP

दूसरी तिमाही में विकास दर 7.4 फीसद रही

मैन्यूफैक्चरिंग में उछाल और खनन व सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में विकास दर बढ़कर 7.4 फीसद हो गई है। पहली तिमाही में यह मात्र सात फीसद थी। हालांकि, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की यह वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष की समान

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2015 08:17 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2015 09:53 AM (IST)
दूसरी तिमाही में विकास दर 7.4 फीसद रही

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मैन्यूफैक्चरिंग में उछाल और खनन व सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में विकास दर बढ़कर 7.4 फीसद हो गई है। पहली तिमाही में यह मात्र सात फीसद थी। हालांकि, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की यह वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की 8.4 फीसद वृद्धि के मुकाबले एक फीसद कम है। वैसे, इस तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था चीन की 6.9 फीसद विकास दर से आगे निकल गई है।
जानकारों का मानना है कि जीडपी की वृद्धि दर का अगर यही रुझान रहा तो सरकार को वित्त वर्ष 2015-16 में 8.1 से 8.5 फीसद विकास दर के लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल होगा। केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (सीएसओ) ने सोमवार को जीडीपी के आंकड़े जारी किए। इसके अनुसार वित्त वर्ष 2015-16 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में विकास दर 7.2 फीसद रही। जबकि पिछले साल समान अवधि में यह 7.5 फीसद थी।

prime article banner


बिजनेस सेक्शन की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.