ट्रेन सेट का रखरखाव अब निजी क्षेत्र करेगा
रेलवे ने जारी किया है 15 ईएमयू ट्रेन सेट के खरीद-रखरखाव का ग्लोबल टेंडर।
नई दिल्ली। भारतीय रेल ने एक बड़े बदलाव के तहत उन ट्रेन सेट के रखरखाव का काम निजी क्षेत्र को सौंपने का फैसला किया है जिनकी खरीदारी निजी क्षेत्र से ही करने का प्रस्ताव है। रेलवे ने 15 इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) ट्रेन सेट के खरीद-रखरखाव अनुबंध के लिए 2500 करोड़ रुपये की वैश्विक निविदा जारी की है।
ट्रेन सेट डिब्बों अथवा रेल कार का सेट होता है जहां हर डिब्बे को एक विशेष तरह की प्रणाली से ऊर्जा प्राप्त होती है और ट्रेन के चलने में मदद मिलती है। बोली संबंधी दस्तावेज में दी गई शर्तों के मुताबिक चयनित इकाई को 15 ईएमयू ट्रेन सेट का करीब 4-5 साल के भीतर निर्माण और आपूर्ति करनी होगी। इन ट्रेनों में करीब 315 रेल कार होंगी। आपूर्ति के बाद इस इकाई को इन ट्रेन सेट का सात वर्ष तक रखरखाव करना होगा।
ट्रेन के रखरखाव में ब्रेक के सिस्टम, पहियों, बोगियों, एसी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, इलेक्ट्रिक मोटर की देखभाल और सफाई जैसी बातें शामिल होंगी। अब तक ट्रेन के रखरखाव का काम भारतीय रेल के द्वारा किया जाता रहा है और सफाई का काम आउटसोर्स किया जाता है।
परियोजना से जुड़े एक सूत्र ने कहा, "यह पहली बार है कि भारतीय रेल निजी क्षेत्र की किसी इकाई को रखरखाव का काम देने जा रही है और यह एक बड़ा बदलाव है।" बहरहाल, ट्रेन सेट की परिचालन संबंधी जिम्मेदारी भारतीय रेल के पास होगी।