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उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने लाओस के साथ दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए

भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने समेत कई मामलों पर बुधवार को चर्चा की और उन्हें मीकोंग-गंगा सहयोग के तहत कम्बोडिया की कई परियोजनाओं का समर्थन करने के भारत के निर्णय से अवगत कराया।

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2015 01:52 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2015 02:07 PM (IST)
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने लाओस के साथ दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए

वियतनाम\नोम पेन्ह। भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज लाओस के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापार समेत निवेश संबंधी कई मुद्दों पर बातचीत की। अंसारी गुरुवार को यहां दो दिवसीय यात्रा पर आए हैं। लाओस आनेवाले भारत के वे पहले उपराष्ट्रपति हैं।

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उपराष्ट्रति अंसारी ने लाओस के अपने समकक्ष बाउनहांग वोसाचिथ के साथ लाओस के राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। इस मौके पर दोनों देशों के बीच दो एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए गए। पहला एमयोयू दोनों देशों के बीच क्विक इंपैक्ट प्रोजेक्ट को लेकर था, तो दूसरा एमओयू हवाई सेवाओं में साझेदारी के बारे में है।

इससे पहले बुधवार को अंसारी ने अपनी कंबोडिया यात्रा के दौरान कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने समेत कई मामलों पर बुधवार को चर्चा की और उन्हें मीकोंग-गंगा सहयोग के तहत कम्बोडिया की कई परियोजनाओं का समर्थन करने के भारत के निर्णय से अवगत कराया।

अंसारी ने पीस पैलेस में हुन सेन के साथ वार्ता की। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई और पर्यटन एवं त्वरित प्रभाव परियोजनाओं संबंधी दो समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए। त्वरित प्रभाव परियोजनाओं संबंधी समझौता पत्र के तहत 4 परियोजनाएं हैं जिनमें से 2 स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी हैं, एक परियोजना सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और एक परियोजना कृषि संबंधी है।

पीस पैलेस में अंसारी का भव्य स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इससे पूर्व उपराष्ट्रपति सुबह इंडिपेंडेंस मोन्यूमेंट गए जिसे फ्रांस से कम्बोडिया की स्वतंत्रता के प्रतीक के तौर पर वर्ष 1958 में बनाया गया था। उन्होंने रॉयल मेमोरियल की भी यात्रा की जिसमें दिवंगत राजा नोरोदम सिंहानुक की कांस्य प्रतिमा है। उन्होंने दोनों स्थलों पर पुष्पांजलि अर्पित की।

अंसारी की यात्रा कंबोडिया के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित है क्योंकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय निवेश एवं व्यापार अपनी क्षमता से कम बना हुआ है। भारत और कंबोडिया के बीच 2013-14 में कुल 15 करोड़ 39 लाख 80 हजार डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था।





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